India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित कर्मचारी चयन मंडल की समूह-5 की परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ लिया गया। यह परीक्षा स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य समकक्ष पदों के लिए हो रही थी। आरोपी परीक्षा में किसी और की जगह बैठा था, लेकिन बायोमेट्रिक और आयरिस स्कैन से उसका पोल खुल गया।
क्या है पूरा मामला
एमबी खालसा कॉलेज में आयोजित इस परीक्षा के दौरान, जब आरोपी ने बायोमेट्रिक सत्यापन कराया, तो उसका अंगूठा मैच हो गया, लेकिन बाकी 9 अंगुलियों और आयरिस स्कैन का मिलान नहीं हुआ। इसके बाद, आरोपी से कड़ी पूछताछ की गई, और उसे परीक्षा केंद्र से पुलिस के हवाले कर दिया गया। परीक्षा केंद्र के नोडल अधिकारी, डॉ. मनोहर दास सोमानी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है। पुलिस अब आरोपी और पवन दोनों पर कार्रवाई करेगी। साथ ही, एक विशेष कमेटी भी मामले की विस्तृत जांच करेगी।
एक की जगह दूसरा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी का नाम राहुल बताया जा रहा है, जो राजस्थान के सिकरी का रहने वाला है और ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है। वह मुरैना के एक युवक पवन की जगह परीक्षा दे रहा था। पवन और आरोपी राहुल ने विजय नगर में दो लाख रुपये की डील की थी, ताकि राहुल पवन की जगह परीक्षा दे सके। पुलिस इस मामले की गहरी जांच कर रही है।
एफआईआर हुई दर्ज
परीक्षा केंद्र पर बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान आरोपी के अंगूठे का मिलान तो हो गया, लेकिन बाकी पहचान के तत्व जैसे आयरिस स्कैन और अंगुलियों के निशान मेल नहीं खा पाए, जिससे मामला उजागर हुआ। इसके बाद, जांच अधिकारियों ने आरोपी को पुलिस के सुपुर्द किया और संबंधित अधिकारियों को एफआईआर दर्ज कराने की सूचना दी।
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