India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश में ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक 13 वर्षीय छात्र ने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी। लेकिन पुलिस की सतर्कता और सीसीटीवी फुटेज की जांच से सच्चाई सामने आ गई। दरअसल, छात्र अपनी मां की डांट से नाराज होकर घर से निकला था और झूठी कहानी बनाकर पुलिस और परिवार को गुमराह कर दिया।

कोचिंग के लिए निकला

घटना तब शुरू हुई जब दसवीं कक्षा का छात्र कुणाल राजपूत अपने कोचिंग सेंटर जाने के लिए घर से निकला, लेकिन जब वह तय समय पर वापस नहीं आया तो परिवार को चिंता हुई। जब परिजनों ने कोचिंग सेंटर में फोन किया, तो पता चला कि वह वहां पहुंचा ही नहीं था। इसके बाद परिवार ने तुरंत बहोड़ापुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

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अपहरण की कहानी

पुलिस ने छात्र की तलाश शुरू की और कुछ घंटों बाद मुरैना पुलिस ने सूचना दी कि छात्र छोंदा टोल प्लाजा के पास मिला है। जब बहोड़ापुर पुलिस मौके पर पहुंची तो छात्र ने बताया कि चार बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया था, लेकिन जब उन्होंने पुलिस बल देखा तो उसे छोड़कर भाग गए।

CCTV फुटेज से खुलासा

छात्र की कहानी पर पुलिस को संदेह हुआ, इसलिए उन्होंने उसके जाने वाले रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जब फुटेज देखे गए तो उसमें छात्र खुद ही अपनी साइकिल से मुरैना की ओर जाता नजर आया। जब पुलिस ने छात्र को सबूत दिखाए, तो वह घबरा गया और अपनी झूठी कहानी का खुलासा कर दिया। उसने कबूल किया कि मां की डांट से नाराज होकर वह घर से निकल गया था और बाद में झूठा अपहरण का नाटक कर दिया।

पुलिस की समझाइश

पुलिस ने छात्र को समझाया और उसे सुरक्षित माता-पिता के हवाले कर दिया। साथ ही, उन्होंने माता-पिता को सलाह दी कि वे बच्चों की भावनाओं को समझें और उनके साथ संवाद बनाए रखें ताकि वे इस तरह के कदम न उठाएं। यह घटना बताती है कि बच्चों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।

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