India News (इंडिया न्यूज), MP News: इंदौर में भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए भिखारियों पर बैन लगा दिया गया है। भिक्षावृत्ति को जड़ से खत्म करने के लिए हाल ही में नया नियम लागू किया गया है। इस नए नियम के तहत भिखारियों की सूचना देने वालों को 1 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने भिक्षावृत्ति रोकने में मदद करने वाले 6 लोगों को 1 हजार रुपये देकर सम्मानित किया है।

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सूचना देने वाले 6 लोगों को मिला इनाम

बता दें कि कलेक्टर कार्यालय से सूचना जारी की गई थी। सूचना जारी होने के बाद छह लोगों ने अपने-अपने क्षेत्रों में भिक्षावृत्ति रोकने की पहल की। ​​प्रशासन की मुहिम में सहयोग करने पर छह लोगों को मानदेय दिया गया। सम्मानित होने वालों में वसीम खान, उमेश वर्मा, आकाश पारासर, आकाश नायक, तुषार गंगवानी और अंकित मालवीय शामिल हैं। पहल में महिला एवं बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा ने सक्रिय भूमिका निभाई।

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भिक्षावृत्ति से मुक्ति

दिनेश मिश्रा का कहना है कि भिक्षावृत्ति रोकने के लिए छह लोगों ने समर्पण दिखाया है। इस प्रयास को और प्रभावी बनाने के लिए उन्होंने सभी से सहयोग की अपील की है। इस पहल से भिक्षावृत्ति पर नियंत्रण में मददगार साबित हो सकती है और समाज में जागरूकता बढ़ सकती है। बता दें कि इंदौर को भिक्षावृत्ति मुक्त जिला बनाने के लिए कलेक्टर ने नई पहल की है। महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम विभिन्न क्षेत्रों में अभियान चलाकर भिखारियों के पुनर्वास पर काम कर रही है। स्वच्छता में अग्रणी बन चुका इंदौर अब एक नए अभियान के लिए अपनी पहचान बना रहा है।