India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश में सागर जिले के एक नर्सरी स्कूल में चॉकलेट डे मनाने की तैयारी उस वक्त विवाद में बदल गई, जब हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया। मामला सेंट मेरी स्कूल का है, जो एक ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित है। स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप में बच्चों के माता-पिता को एक संदेश भेजा गया था, जिसमें बच्चों से ब्लैक एंड व्हाइट कपड़े पहनकर और चॉकलेट लेकर आने को कहा गया था। इस आयोजन को लेकर अभिभावकों के बीच चर्चा शुरू हो गई, और जल्द ही यह खबर हिंदू संगठनों तक पहुंच गई।
पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा देना…
हिंदू संगठनों ने इसे वेलेंटाइन वीक का हिस्सा मानते हुए स्कूल प्रबंधन पर पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। इसके बाद बड़ी संख्या में संगठन के लोग और कुछ अभिभावक स्कूल पहुंच गए और विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि स्कूल शिक्षा के लिए है, न कि इस तरह के आयोजनों के लिए।
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स्कूल प्रबंधन ने दी सफाई
स्कूल प्रिंसिपल ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि चॉकलेट डे का मकसद बच्चों में साझा करने और आपसी प्रेम की भावना विकसित करना था। इसका वेलेंटाइन वीक से कोई संबंध नहीं था। उन्होंने बताया कि स्कूल में पूरे साल विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और यह उसी का हिस्सा था। हालांकि, अभिभावकों और संगठनों के विरोध को देखते हुए यह आयोजन रद्द कर दिया गया।
अभिभावकों की चिंता
अभिभावक इस तरह के आयोजनों को लेकर अपनी असहमति जता रहे हैं। उनका कहना है कि स्कूल में पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए। हिंदू संगठनों का आरोप है कि वेलेंटाइन वीक के दौरान इस तरह के आयोजनों से बच्चों को गलत दिशा में ले जाने की कोशिश की जा रही थी, जिसे वे बर्दाश्त नहीं करेंगे। स्कूल प्रबंधन ने विवाद को शांत करने के लिए आयोजन को रद्द कर दिया और भविष्य में अभिभावकों की भावनाओं का ध्यान रखने की बात कही।
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