India News (इंडिया न्यूज), Municipal Council: मध्य प्रदेश का इंदौर शहर स्वच्छता में आठवीं बार देशभर में पहला स्थान हासिल करने के लिए तैयारियों में जुट गया है। नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 को ध्यान में रखते हुए शहर में सफाई और सौंदर्यीकरण के काम तेज कर दिए हैं। बाउंड्रीवाल पर थ्रीडी पेंटिंग, डिवाइडरों की रंगाई और सड़कों का पेचवर्क जैसे काम किए जा रहे हैं, ताकि सर्वेक्षण के दौरान शहर साफ और आकर्षक दिखे।

इंदौर को सूरत से कड़ी टक्कर

स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम दिसंबर के पहले सप्ताह में इंदौर पहुंच सकती है। हालांकि, इस बार इंदौर को सूरत से कड़ी टक्कर मिल रही है। सूरत ने पब्लिक फीडबैक और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछले साल इंदौर और सूरत को संयुक्त रूप से स्वच्छता का पुरस्कार मिला था।

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नगर निगम ने पुराने सिस्टम को बेहतर बनाने पर दिया जोर

इस बार इंदौर में सफाई के लिए नए नवाचार नहीं किए गए हैं, लेकिन नगर निगम ने पुराने सिस्टम को बेहतर बनाने पर जोर दिया है। रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था को फिर से शुरू किया गया है, जिससे दीपावली के बाद शहर सुबह-सुबह साफ नजर आया। साथ ही, स्पॉट फाइन की सख्ती के कारण लोग खाली प्लॉट और खुले में कचरा डालने से बच रहे हैं।

सफाई के प्रति जागरूकता

पब्लिक टॉयलेट्स की मरम्मत की गई है और शहरवासियों को सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए कई अभियान चलाए गए हैं। हालांकि, कुछ कमजोरियां भी सामने आई हैं। बैकलेन सफाई में लापरवाही देखी जा रही है, और लोग वहां कचरा डालने लगे हैं। कचरे से खाद बनाने और नदियों की सफाई में भी जागरूकता की कमी महसूस हो रही है।

बढ़ते वायु प्रदूषण और धूल की समस्या पर भी ध्यान

मेयर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि इंदौर को फिर से स्वच्छता में नंबर-1 बनाने के लिए जनभागीदारी और सफाई के प्रति जागरूकता सबसे बड़ी ताकत है। हालांकि, बढ़ते वायु प्रदूषण और धूल की समस्या पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

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