India News (इंडिया न्यूज),MP News: नववर्ष के पहले दिन ग्वालियर में सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा परंपरागत रूप से 5100 फीट लंबी मां लक्ष्मी की चुनरी यात्रा का आयोजन किया गया। इस भव्य यात्रा का उद्देश्य शहर, प्रदेश और देश में सुख-समृद्धि और शांति की कामना करना था। महाराज बाड़ा स्थित मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर पूजा-अर्चना के बाद इस विशाल शोभा यात्रा का शुभारंभ हुआ।

चुनरी का विशेष महत्व

यात्रा में शामिल चुनरी मारवाड़ी परंपरा की विशेष पहचान थी, जो वैश्य समाज की महिलाओं द्वारा पूजा-अर्चना के साथ सभी घरों से एकत्र की गई थी। इन चुनरियों को जोड़कर 5100 फीट लंबी चुनरी बनाई गई, जिसे मां लक्ष्मी को अर्पित किया गया। यह चुनरी महिलाओं के लिए आशीर्वाद स्वरूप भेंट की गई।

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पूजा-अर्चना और पुष्प वर्षा

शहर के लगभग 100 से अधिक स्थानों पर इस यात्रा का स्वागत करते हुए श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और पुष्प वर्षा कर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त किया। जगह-जगह भक्तों ने दीप जलाए और मंगलगीत गाए। यात्रा की भव्यता को और बढ़ाने के लिए आगरा, मथुरा और ग्वालियर के कलाकारों ने मनमोहक झांकियां प्रस्तुत कीं। इसके साथ महिलाएं डांडिया खेलते हुए गाजे-बाजे के साथ यात्रा में शामिल हुईं। यह आयोजन धार्मिक भक्ति के साथ-साथ सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी बना।

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सामाजिक और धार्मिक समर्पण

अग्रवाल समाज सहित कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया। इस विशाल आयोजन ने न केवल धार्मिक उत्साह का संचार किया, बल्कि शहरवासियों में आपसी एकता और सामूहिक समर्पण का भाव भी जगाया। इस चुनरी यात्रा ने ग्वालियर में नववर्ष की शुरुआत को शुभता और आध्यात्मिकता से भर दिया। श्रद्धालुओं का मानना है कि मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पूरे साल सुख-समृद्धि और शांति का संदेश देगा।