India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 जोरों पर है और श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है ऐसे में बसंत पंचमी (3 फरवरी), माघ पूर्णिमा (12 फरवरी) और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के विशेष पर्व स्नानों को ध्यान में रखते हुए रीवा प्रशासन ने प्रयागराज जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।

रीवा-प्रयागराज मार्ग पर सख्त निगरानी

रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल के निर्देशानुसार, रीवा-प्रयागराज मार्ग पर चार प्रमुख स्थानों पर प्रशासनिक दल तैनात किए गए हैं। इन दलों को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है कि तीर्थयात्रियों को कोई असुविधा न हो। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी ठहराव, भोजन, पानी, जलपान, शौचालय और सुरक्षा की समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं। तीर्थयात्रियों के वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है, ताकि यातायात में कोई बाधा न आए।

पीरियड में शकरकंद खाने से क्या होता है?

तीर्थयात्रियों के लिए रैन बसेरों में इंतजाम

बेला बायपास, श्रीयुत महाविद्यालय गंगेव और चाकघाट में रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है, जहां श्रद्धालु आराम कर सकते हैं और भोजन-पानी प्राप्त कर सकते हैं। इन स्थलों पर आवश्यक दवाओं का भी निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। जोगिनहाई टोल प्लाजा, सोहागी टोल नाका और चाकघाट बॉर्डर पर भी प्रशासन मुस्तैद है, ताकि वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से हो। अब तक रीवा-प्रयागराज मार्ग पर किसी भी तरह का ट्रैफिक जाम नहीं हुआ है और श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के यात्रा कर रहे हैं।

कंट्रोल रूम से लगातार मॉनिटरिंग

रीवा कलेक्ट्रेट में विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां से पूरे यात्रा मार्ग की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी तरह की समस्या होती है, तो वे तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें। रीवा प्रशासन की ये तैयारी महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए राहत भरी साबित हो रही है। इस तरह की व्यवस्थाओं से रीवा-प्रयागराज मार्ग एक सुरक्षित और सुगम यात्रा मार्ग बन गया है।