India News (इंडिया न्यूज), Saurabh Sharma Case Update: मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा और उसके करीबी सहयोगी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल की काली कमाई का बड़ा खुलासा हुआ है। लोकायुक्त की रिमांड पर चल रही पूछताछ में सौरभ शर्मा से जुड़ी कई कंपनियों में अवैध लेन-देन और काले धन के होने के संकेत मिले हैं। इस मामले में लोकायुक्त पुलिस ने अब तक महत्वपूर्ण दस्तावेज और संपत्तियां जब्त की हैं, जिनसे यह स्पष्ट होता है कि सौरभ ने अपनी काली कमाई को विभिन्न कंपनियों और रियल एस्टेट के कारोबार में लगाया था।

काले धन को सफेद करने की साजिश

सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों ने अपनी काली कमाई को सफेद करने के लिए कई कंपनियों का सहारा लिया। अविरल कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी के जरिए भोपाल और इंदौर में करोड़ों रुपये की संपत्ति खरीदी गई। इस कंपनी के निदेशक शरद जायसवाल और चेतन सिंह गौर हैं, जबकि सौरभ का साला इस कंपनी का अतिरिक्त निदेशक है। इसके अलावा, अविरल पेट्रोल पंप और मछली पालन के कारोबार जैसे क्षेत्रों में भी लाखों रुपये का लेन-देन हुआ है, जिससे यह संकेत मिलता है कि काले धन का इस्तेमाल यहां किया गया था।

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नकद और ज्वेलरी से जुड़ी जानकारी

लोकायुक्त पुलिस ने 19 दिसंबर को भोपाल स्थित सौरभ के घर और ऑफिस पर छापेमारी की, जहां से 7 करोड़ 98 लाख रुपये की संपत्ति बरामद हुई, जिसमें 234 किलो चांदी भी शामिल थी। इसके बाद 19 दिसंबर की रात में एक इनोवा कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नगद मिले, जो चेतन सिंह गौर के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इसके अलावा, सौरभ के पास से कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं, जो उसकी मां, पत्नी, साले और अन्य रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई थीं।

शेयर बाजार और अन्य संदिग्ध लेन-देन

सौरभ ने शेयर मार्केट में भी पैसा लगाया था, और इसके अलावा कई कंपनियों के खातों में लाखों रुपये जमा करने की जानकारी भी मिली है। लोकायुक्त को संदेह है कि इन कंपनियों के माध्यम से काले धन को सफेद करने की कोशिश की जा रही थी।

कड़ी पूछताछ और कार्रवाई

सौरभ, चेतन और शरद का रोजाना मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है और उन्हें अलग-अलग थानों में रखा गया है। लोकायुक्त पुलिस ने अब तक इस मामले में कई अहम तथ्य जुटाए हैं और 4 फरवरी तक तीनों से फिर से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद इनसे जुड़े अन्य लोगों से भी पूछताछ की जाएगी, जिनमें सौरभ के सहयोगी और रिश्तेदार शामिल हैं।

लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई जारी

मामले में कार्रवाई लगातार जारी है और लोकायुक्त पुलिस ने इस पूरे घोटाले के संबंध में और भी कई खुलासे करने की योजना बनाई है। अब यह देखना होगा कि सौरभ और उसके सहयोगियों के खिलाफ किस प्रकार की कानूनी कार्रवाई होती है और उनके काले धन को सफेद करने के प्रयासों का क्या परिणाम निकलता है।

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