India News (इंडिया न्यूज), Saurabh Sharma update: मध्य प्रदेश के भोपाल में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उनके साथी शरद जायसवाल की काली कमाई के नेटवर्क का पर्दाफाश हो रहा है। लोकायुक्त पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। सौरभ और शरद ने मिलकर अविरल इंटरप्राइजेज, अविरल कंस्ट्रक्शन, फिशरीज और पेट्रोल पंप सहित कई कंपनियां बनाई थीं। इन कंपनियों में एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारी शामिल थे, जिन पर दोनों का खास भरोसा था।
पुलिस का शक
लोकायुक्त पुलिस को शक है कि सौरभ और शरद ने अपने कर्मचारियों के नाम पर भी संपत्ति खरीदी है और बड़ी रकम का निवेश किया है। जांच एजेंसी अब इन कर्मचारियों की पूरी जानकारी जुटा रही है। यदि जरूरी हुआ तो इन कर्मचारियों को भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
क्यों बिगड़े सौरभ और शरद के रिश्ते?
सूत्रों के अनुसार, सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल के रिश्तों में खटास जयपुरिया स्कूल में पार्टनरशिप को लेकर आई। शरद इस बात से नाराज था कि सौरभ ने अपनी मां को स्कूल का चेयरपर्सन और पत्नी को डायरेक्टर बना दिया था। इसके बाद से दोनों के बीच मतभेद बढ़ते गए। शरद, जो पहले सौरभ के व्यापार को संभालता था, अब उसके सारे राज खोल रहा है।
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बढ़ सकती है कर्मचारियों की मुश्किलें
लोकायुक्त पुलिस का मानना है कि सौरभ और शरद ने अपने कर्मचारियों के नाम पर भी प्रॉपर्टी में निवेश किया हो सकता है। इन कर्मचारियों की गतिविधियों और उनके नाम पर खरीदी गई संपत्तियों की जांच की जा रही है। अगर जांच में कोई संदिग्ध दस्तावेज मिले, तो इन कर्मचारियों को भी बयान के लिए बुलाया जाएगा।
कंपनियों में भारी निवेश का शक
सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल की कंपनियों में भारी निवेश की बात सामने आई है। इन कंपनियों के माध्यम से फिशरीज, पेट्रोल पंप और कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पैसा लगाया गया है। लोकायुक्त पुलिस अब इन कंपनियों के वित्तीय रिकॉर्ड खंगाल रही है। फिलहाल, लोकायुक्त की जांच जारी है। जल्द ही सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल से जुड़े इस मामले में कई और खुलासे होने की संभावना है।
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