India News (इंडिया न्यूज), Saurabh Sharma Update: मध्य प्रदेश के भोपाल लोकायुक्त पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए परिवहन विभाग के तीन कर्मचारी—सौरभ, चेतन, और शरद की रिमांड आज खत्म हो रही है। ये तीनों कर्मचारियों पर परिवहन विभाग में काली कमाई के मामले में शामिल होने का आरोप है। लोकायुक्त पुलिस ने इनसे छह दिन तक पूछताछ की, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत हासिल नहीं हो सके हैं।

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आरोपियों की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग

पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने लोकायुक्त पुलिस के सवालों का जवाब इस तरह दिया, जैसे वे पहले से ही तैयार होकर आए थे। उनका यह आचरण पुलिस के लिए चिंता का कारण बना है, क्योंकि इस तरह के जवाबों से यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया है कि वे सच बोल रहे हैं या नहीं। लोकायुक्त पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस कोर्ट से आरोपियों की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग कर सकती है। हालांकि, अभी तक मामले में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है और पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं।

परिवहन विभाग पर उठे सवाल

इस पूरे मामले ने परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। कई लोग यह मानते हैं कि यदि इस तरह की काली कमाई के मामले सामने आए हैं, तो इसका असर विभाग के अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी पड़ सकता है। ऐसे में लोकायुक्त पुलिस की भूमिका अहम हो जाती है, क्योंकि उन्हें इस मामले में पूरी जांच करनी होगी ताकि आरोपी सच का सामना कर सकें और दोषियों को सजा मिल सके।

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