India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक में एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक खोज हुई है। यहां के दोनी गांव में पुरातत्व विभाग ने सात मंदिरों के समूह की खोज की है, जो लगभग नौवीं शताब्दी के हैं और कलचुरी काल से संबंधित माने जा रहे हैं। इन मंदिरों के नीचे दबे होने की वजह से ये सालों से अज्ञात थे। अब यह खोज पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन चुकी है।

प्राचीन धरोहर और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध

तेंदूखेड़ा गांव प्राचीन धरोहर और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यहां के किले और मठ अब खंडहर में तब्दील हो चुके हैं, क्योंकि समय के साथ इनकी देखभाल नहीं हो पाई। हालांकि, पुरातत्व विभाग अब इन धरोहरों की खोज और संरक्षण के लिए खुदाई कर रहा है। यह खोज क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहर को फिर से उजागर करने में मदद करेगी और पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण साबित होगी।

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पर्यटन मंत्री ने दिया निर्देश

राज्य सरकार के पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी के निर्देश पर इन मंदिरों का सर्वे करवाया गया, जिसके बाद खुदाई का काम शुरू हुआ। इस दौरान मिट्टी में दबे हुए सात मंदिर मिले, जिनमें से कुछ मूर्तियों को भी सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है। इन मूर्तियों का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा सुरक्षित है, जिसके कारण इन्हें फिर से नया रूप दिया जाएगा।

पत्थर के नीचे से मिले अवसेस

दोनी गांव में मिले मंदिरों के पास प्राचीन बावड़ी भी है, जिसका जीर्णोद्धार पंचायत स्तर पर किया गया है। बावड़ी की खुदाई में हर पत्थर के नीचे नागदेवता की उपस्थिति पाई गई, जिसे बाद में पूजा कर स्थानांतरित किया गया। इन मंदिरों का निर्माण स्थानीय सेंड स्टोन से किया गया था और उनकी ऊंचाई लगभग 70 फीट हो सकती है।

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