India News (इंडिया न्यूज),Jitu Patwari : किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। शुक्रवार (6 दिसंबर) को पंजाब और हरियाणा बॉर्डर से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की ओर प्रस्थान करेंगे और MSP को लेकर अपनी मांगों को फिर सरकार के समक्ष रखेंगे। इस बीच देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आईसीएआर समिट में किसानों की हालत पर चिंता जताई थी और सरकार के रवैये पर भी सवाल उठाए थे। इसे लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्रीय कृषि मंत्री पर निशाना साधा है।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए एमपी पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा, “देश के उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय कृषि मंत्री के कामकाज पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि आप क्या कर रहे हैं? इतने सालों से किसान अपनी फसलों का दाम मांग रहे हैं और आप चुप हैं, इसके लिए क्या प्रयास किए गए हैं? वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने संसद में कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसानों को लागत का दोगुना समर्थन मूल्य दिया है। इसका तात्पर्य ये है कि या तो जगदीप धनखड़ की मंशा गलत थी या फिर शिवराज सिंह चौहान ने संसद में झूठ बोला।’

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‘जीतू पटवारी का उपराष्ट्रपति को धन्यवाद’

जीतू पटवारी ने उपराष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए कहा, “मैं जगदीप धनखड़ को बधाई देता हूं। हम नागरिक उन्हें बधाई देंगे क्योंकि उन्होंने किसानों के हितों और अधिकारों की बात की है। मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलूंगा और उन्हें बताऊंगा कि उन्होंने कितनी हिम्मत से सरकार को आईना दिखाया है। मैं उनसे अनुरोध करूंगा कि वे सदन की गद्दी पर बैठकर भी यही बात कहें और इस सरकार को आईना दिखाते हुए देश के प्रधानमंत्री से भी यही बात कहें।”

‘शिवराज सिंह का झूठ साफ दिख रहा है’ – जीतू पटवारी

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, “शिवराज सिंह चौहान ने एक साल पहले नारा लगाया था कि किसानों को धान का 3100 रुपए मिलना चाहिए, लेकिन आज धान की खरीद सिर्फ 2300 रुपए में हो रही है। इसका मतलब है कि आपका झूठ और पाखंड साफ दिख रहा है।”

जगदीप धनखड़ ने किसानों पर जताई थी चिंता

गौरतलब है कि मंगलवार (3 दिसंबर) को आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) शिखर सम्मेलन में उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने किसानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि आईसीएआर जैसी बड़ी संस्थाओं की मौजूदगी के बावजूद किसान संकट में हैं और आंदोलन कर रहे हैं। यह स्थिति देश के समग्र कल्याण के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसी संस्थाएं सक्रिय होतीं और योगदान देतीं तो यह स्थिति पैदा नहीं होती। ऐसी संस्थाएं देश के कोने-कोने में हैं, लेकिन किसानों की स्थिति अभी भी जस की तस है।

जगदीप धनखड़ ने किसानों के प्रति भारत सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए शिवराज सिंह चौहान की ओर इशारा करते हुए कहा कि कृषि मंत्री जी आपका हर पल मुश्किल भरा है। कृपया मुझे बताएं कि किसानों से क्या वादा किया गया था? पिछले साल भी आंदोलन हुआ था. इस साल भी किसान आंदोलन है।

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