India News (इंडिया न्यूज), FIR was filed in Bhopal for beggars: भोपाल में भिक्षावृत्ति रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशों के बाद, शहर के चौराहों से भिखारियों की संख्या में कमी देखी जा रही है। 3 फरवरी को भीख मांगने और देने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद प्रशासन ने बुधवार को पहली बार भीख देने और मांगने वाले दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की है। एमपी नगर पुलिस ने बोर्ड ऑफिस ट्रैफिक सिग्नल पर एक युवक को गाड़ियों के शीशे साफ करने वाला पोंछा बेचते हुए पकड़ा। पुलिस की कार्रवाई के दौरान अन्य भिखारियों ने टीम को घेरने की भी कोशिश की। शाहजहांनाबाद थाना प्रभारी यूपीएस चौहान ने कहा कि कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शब-ए-बारात पर विशेष अपील
मुस्लिम समाज की शब-ए-बारात को देखते हुए पुलिस ने बड़ा बाग कब्रिस्तान के आसपास भीख न देने और न लेने की अपील की है। प्रशासन ने क्षेत्र में विशेष निगरानी रखने की भी योजना बनाई है।
पत्नी के चरित्र पर था शक,फिर पति ने की दरिंदगी की सारी हदे पार,मामला जान खौल उठेगा खून
पहली FIR का मामला
बुधवार को बोर्ड ऑफिस चौराहे पर समाजसेवी मोहन सिंह सोलंकी ने एक कार (MP 04 GB 3813) के चालक को भिखारी को भीख देते हुए देखा। उन्होंने इस घटना का वीडियो बनाया और पुलिस को सूचना दी। हालांकि, मौके पर पहुंचने से पहले ही भीख देने और लेने वाले दोनों भाग गए। पुलिस ने वीडियो के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की।
पहले भी हुई थी कार्रवाई
इससे पहले भी एक भिखारी को पकड़ा गया था, लेकिन सबूत के अभाव में मामला दर्ज नहीं हो सका था। प्रशासन ने समाजसेवी मोहन सिंह सोलंकी को भीख देने और लेने पर रोक सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रशासन की इस सख्ती से शहर में भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।