India News (इंडिया न्यूज),Indore: ऑनलाइन ठगी के मामले में इंदौर क्राइम ब्रांच ने दिल्ली से 1 और आरोपी ऋतिक जाटव को गिरफ्तार किया है। बता दें कि आरोपी एक फर्जी कॉल सेंटर में काम करता था। यहां वह डिजिटल अरेस्ट के नाम पर बुजुर्गों को ठगता था। इस गिरोह के निशाने पर देशभर के पेंशनधारी थे। पुलिस ने छापेमारी में कंप्यूटर सिस्टम, हाई-स्पीड इंटरनेट, डायरी और सैकड़ों लोगों के नंबर बरामद किए हैं। आरोपी ने सैकड़ों पेंशनधारियों को डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है।

अलग-अलग लिंक भेजकर पैसे मांगते थे

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्राइम ब्रांच ने आरोपी से लाइव ठगी का डेमो कराया। जिसमें उसने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर1  पेंशनर को कॉल किया और कहा कि उसकी पेंशन से जुड़ी एक फाइल लंबित है। ठग ने पेंशन क्लेम के लिए पहले डॉक्यूमेंट्स अपलोड करवाए और फिर टैक्स के नाम पर 20 हजार रुपये जमा करने को कहा। इसके बाद अन्य ठग भी सीनियर अफसर बनकर कॉल करते और अलग-अलग लिंक भेजकर पैसे मांगते थे।

गिरफ्तार किया

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली के पटेल नगर में आरोपी की तलाश के लिए क्राइम ब्रांच ने 5  दिन तक रेकी की। 50 से अधिक मल्टी में दबिश देने के बाद ऋतिक को गिरफ्तार किया गया। पुलिसकर्मियों ने इलाके में चाय-नाश्ते की दुकान और सिम कार्ड बेचने वालों से जानकारी जुटाई। कुछ अधिकारी जॉब इंटरव्यू के बहाने भी कॉल सेंटर तक पहुंचे। आखिरकार, आरोपी के फ्लैट की जानकारी मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

लाखों रुपये की चपत लगाई

जांच में सामने आया कि गिरोह के पास हजारों पेंशनधारियों का डेटा था। ये लोग ठगी के लिए बार-बार नए सिम कार्ड का इस्तेमाल करते और बाद में उन्हें नष्ट कर देते। 3 साल में इस गैंग ने हजारों लोगों को लाखों रुपये की चपत लगाई।