India News (इंडिया न्यूज), Tiger Reserve: मध्य प्रदेश में बाघों के संरक्षण के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने 2 दिसंबर 2024 को रातापानी अभयारण्य को नौंवा टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया। इससे पहले, 1 दिसंबर को केंद्र सरकार ने शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व घोषित किया था। अब राज्य में टाइगर रिजर्व की संख्या 7 से बढ़कर 9 हो गई है, जो मध्य प्रदेश को “टाइगर राज्य” के रूप में और भी प्रसिद्ध करेगा।

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स्थानीय लोगों के लिए रोजगार

रातापानी टाइगर रिजर्व भोपाल से सटे रायसेन और सीहोर जिलों में स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल 1271.465 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें 763.812 वर्ग किलोमीटर कोर एरिया और 507.653 वर्ग किलोमीटर बफर एरिया शामिल है। बफर क्षेत्र में 9 गांव आते हैं, जिनमें झिरी बहेड़ा, जावरा मलखार, और सुरई ढाबा जैसे गांव शामिल हैं, लेकिन ये गांव कोर एरिया से बाहर हैं।

बाघों की बढ़ती आबादी

रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाने से बाघों के संरक्षण में मदद मिलेगी, और साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इस क्षेत्र में ईको-टूरिज़्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा। मध्य प्रदेश में अब तक 785 बाघ हैं, जो 2022 की गणना के अनुसार प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। 2018 में यह संख्या केवल 526 थी। अब टाइगर रिजर्व की बढ़ती संख्या और बाघों की बढ़ती आबादी से यह राज्य वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में और भी मजबूत हो रहा है।

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