India News Delhi,Uma Bharti News: दीप राजनीतिक माहौल में उमा भारती ने परिवहन विभाग में चल रहे घोटाले को लेकर जोरदार बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह घोटाला, जिसे उन्होंने “व्यापमं घोटाले से भी बड़ा” बताया, में न केवल पुलिस के कई सिपाही बल्कि थानों के दरोगा और उच्च स्तरीय नेता भी शामिल हो सकते हैं। उमा भारती का कहना है कि यदि एक सिपाही ने सैकड़ों करोड़ रुपये कमाए हैं, तो इस घोटाले में शामिल अन्य अधिकारी और नेता कितने करोड़ रुपये के कुटिल सौदेबाज़ी में लिप्त हो सकते हैं।

उमा भारती का आया ऐसा बयान

इस संदर्भ में, पूर्व परिवहन विभाग आरक्षक सौरभ शर्मा और उनके साथियों से लोकायुक्त द्वारा पहले पूछताछ की जा चुकी है, जिसके बाद अब Enforcement Directorate (ईडी) ने भी मामले में गहराई से जांच शुरू कर दी है। उमा भारती ने स्पष्ट किया कि इस मामले का कुल मुआम्मला लगभग 10 से 20 हजार करोड़ रुपये हो सकता है, जिससे भ्रष्टाचार की नई परत सामने आने की आशंका जताई जा रही है। राजनीतिक मोर्चे पर भी हलचल मची हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उमा भारती के बयान का समर्थन करते हुए लोकायुक्त के पास मौजूद कथित डायरी में छुपे नामों को लेकर सवाल उठाए हैं। इस मौके का फायदा उठाते हुए कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधने की कोशिश की है।

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एजेंसियों द्वारा सख्त कार्रवाई जारी

वहीं बीजेपी ने जीतू पटवारी के बयान को बचकाना बताते हुए उमा भारती के ट्वीट को ध्यान से पढ़ने की सलाह दी है। बीजेपी इस घोटाले के आरोपों पर अपनी करप्शन पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी और केंद्र व राज्य की एजेंसियों द्वारा हो रही सख्त कार्रवाई का भी हवाला देते हुए अपनी सरकार की स्थिति मजबूत करने का प्रयास कर रही है। जांच एजेंसियाँ इस मामले में तीव्र काम कर रही हैं। यदि उमा भारती के आरोप सिद्ध हो जाते हैं, तो यह मामला प्रशासनिक भ्रष्टाचार के एक बड़े नेटवर्क को उजागर कर सकता है, जिसमें कई पुलिसकर्मी, थानों के दरोगा और नेता शामिल हो सकते हैं।

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