India News (इंडिया न्यूज़), Abhishek Sharma, Mumbai: मध्य रेल ने जीरो स्क्रैप मिशन को प्राथमिकता देते हुए अधिक पुराने लोको, डीजल सरप्लस लोको, गैर-परिचालन रेल लाइनों और अधिक पुराने या दुर्घटनाग्रस्त लोको, कोचों सहित विभिन्न प्रकार के स्क्रैप की पहचान और निपटान के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
इस दृढ़ प्रयास के प्रभावशाली परिणाम प्राप्त हुए हैं, मध्य रेल ने 132.47 करोड़, रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की है। चालू वित्तीय वर्ष में 01/04/2023 से 15/08/2023 तक जिसमें अगस्त 2023 तक रेलवे बोर्ड के आनुपातिक लक्ष्य की तुलना में 20.41% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
इसे निम्न बिक्री के माध्यम से हासिल किया गया है-
- 5669 मीट्रिक टन रेल/पी-वे, 09 लोकोमोटिव
- 133 कोच
- 53 वैगन
(भुसावल मंडल में 06 किमी जामनेर-पचोरा खंड नैरो गेज लाइन सहित।)
- मुंबई मंडल ने 24.36 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की
- भुसावल मंडल 17.99 करोड़ रुपये की बिक्री हासिल की
- सोलापुर मंडल 8.09 करोड़ रुपये की बिक्री हासिल की
- नागपुर मंडल ने 9.66 करोड़ की बिक्री हासिल की
- पुणे मंडल ने 14.33 करोड़ की बिक्री हासिल की
- माटुंगा डिपो ने 23.56 करोड़ रुपये की बिक्री हासिल की
- भुसावल के इलेक्ट्रिक लोको शेड डिपो ने 13.50 करोड़ रुपये की बिक्री हासिल की
उपर्युक्त मंडल तथा डिपो ने जीरो स्क्रैप मिशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। मध्य रेल जीरो स्क्रैप मिशन के दायरे में सभी मंडलों और डिपो के लिए स्क्रैप-मुक्त स्थिति प्राप्त करने के अलावा रेलवे बोर्ड के वर्ष 2023-24 के लिए 300 करोड़ लक्ष्य को पार करने की अपनी प्रतिबद्धता पर निरंतर कार्यरत है ।