India News(इंडिया न्यूज), Manoj Manu: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक पार्टियों मतदाताओं को रिझाने के लिए मुक्त का दांव चल रही या यूं कहें कि इसी के ज़रिए एक दूसरे के मुद्दों को भी हथियाना में लगी प्रदेश में सत्ता की वापसी में जुटे कमलनाथ ने पहले मध्य प्रदेश की जनता को पांच प्रमुख वचन देने का ऐलान किया था।
उनकी इस पांच गारंटी से बीजेपी सकते में आ गई थी लेकिन अब एक-एक कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी सौगातो को छीनना शुरू कर दिया है। दोनों ही राजनीतिक पार्टियों चुनाव जीतने के लिए मुफ़्त की रेवड़ियों की घोषणाएं कर रही है। मसलन कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की जनता के सामने अपनी पाँच गारंटियों को 11 वचनों में बदल दिया है।
- महिलाओं के लिए ₹1500 प्रतिमा
- ₹500 में गैस का सिलेंडर
- एक घर के लिए 100 यूनिट बिजली फ्री
- 200 यूनिट तक बिल माफ
- किसानों की कर्ज माफी
- किसानों के लिए 5 हॉर्स पावर की सिंचाई पंप के लिए स्थाई और अस्थाई कनेक्शन पर फ्री बिजली
- 12 घंटे सिंचाई के लिए बिजली
ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की बात
पुराने बिजली बिल माफ और किसानों के मुकदमे वापस करने इसके साथ ही जो पुराना वादा जिसमें पुरानी पेंशन देने का वादा भी किया गया है। ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की बात भी इन वचनों में की गई। कमलनाथ के वचनों के बाद भाजपा के माथे पर शिकन आ गया और बीजेपी भी यह जानती थी कि कांग्रेस के 11 वचन मध्य प्रदेश की जनता को कांग्रेस की तरफ निश्चित तौर पर झुकाव पैदा करेंगे।
बिजली बिल ₹100 महीने करने का भी ऐलान
लिहाजा शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के इन वचनों का तोड़ निकाला कांग्रेस की गारंटी का तोड़ निकलते हुए भाजपा सरकार ने चुनावी साल में लाडली बहन योजना के तहत जिसमें 1000 से बढ़ाकर उसे 1250 किया और मुख्यमंत्री ने वादा किया है कि हम 3000 तक देंगे इसके साथ-साथ गरीब महिलाओं का बिजली बिल ₹100 महीने करने का भी ऐलान कर दिया गया है।
500 में गैस सिलेंडर देने का वचन
कांग्रेस के 500 में गैस सिलेंडर देने का वचन की तोड़ निकालते हुए मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश की महिलाओं को 450 में गैस सिलेंडर देने की आज से शुरूआत कर दी इसके साथ-साथ सरकार ने सितंबर महीने तक बड़े हुए बिजली बिलों के वसूली नहीं करने का ऐलान भी कर दिया है।
अब बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही महिला वोटरों को साधने में लगे हुए महिलाओं के वोट साधने के लिए इसके अलावा अगर कुछ बड़ी घोषणाओं का जिक्र करें तो वह बड़ी घोषणाएं हैं
बड़ी घोषणाएं…
- पुलिस सहित अन्य भर्तियों में 35% आरक्षण
- शिक्षकों के पदों में 50% महिलाओं की नियुक्ति करना
- स्थानीय निकायों में एल्डरमैन और अन्य पदों पर महिलाओं को प्राथमिकता देना
- अगर किसी इलाके की महिला नहीं चाहेगी तो वहां पर शराब की दुकान नहीं खोलना इसके लिए नीति में परिवर्तन किया जाएगा
- गांव में निशुल्क भूखंड और शहरों में अतिक्रमण से मुक्त जमीनों पर भूखंड बहनों को दिए जाएंगे
- सितंबर तक बड़े हुए बिजली बिलों की वसूली नहीं होगी
- मजनू टोलों में जिनके घर बिजली के नहीं है वहां 20 घर की बस्ती में भी पूरी बिजली दी जाएगी
- लाडली बहनों की फीस भरी जाएगी
- उद्योगों के लिए महिलाओं को प्लाट दिए जाएंगे
- बढे हुए बिजली बिलों की वसूली बहनों से नहीं की जाएगी
महिला वोटरों पर नजर क्यों हैं
असल में मध्य प्रदेश में करीब साढे 5 करोड़ मतदाता है और इनमें महिला मतदाताओं की संख्या करीब 2 करोड़ 62 लाख है यानी कुल वोटरों में करीब 48 फ़ीसदी महिला वोटर है यही कारण है कि बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक पार्टियों की रणनीति और घोषणा पत्र मध्य प्रदेश की महिलाओं के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं।
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