India News (इंडिया न्यूज), Jaipur news: बुधवार को एक अस्पताल में निर्माण कार्य के दौरान एक पुरानी तिजोरी मिली, जो ओपीडी ब्लॉक के पुराने स्टोर रूम में छिपी हुई थी। यह कमरा करीब दस सालों से बंद था, और लंबे समय तक इस तिजोरी के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी। अस्पताल प्रशासन ने गुरुवार को एक कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है, जो तिजोरी को खोलकर उसमें छिपे रहस्यों का पता लगाएगी।
दस साल से बंद कमरे में मिली तिजोरी
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने बताया कि ओपीडी ब्लॉक के रजिस्ट्रेशन और भर्ती काउंटर के पुनर्निर्माण के दौरान पुराने स्टोर रूम में तोड़-फोड़ की जा रही थी। इसी दौरान जेसीबी मशीन से दीवार तोड़ने पर तिजोरी का पता चला। इस कमरे का उपयोग पिछले दस साल से नहीं हो रहा था, इस वजह से इस तिजोरी को किसी ने पहले नहीं देखा था। तिजोरी का आकार पुराना था, और इसका ताला भी जंग खा चुका था।
तिजोरी का रहस्य गुरुवार को होगा उजागर
अस्पताल की बिल्डिंग तीन दशक से भी पुरानी है। इसे 31 अगस्त 1991 को पूर्व उपराष्ट्रपति श्री भैरों सिंह शेखावत ने उद्घाटित किया था। तिजोरी को फिलहाल अस्पताल के प्रशासनिक भवन में सुरक्षित रखा गया है। हालांकि, तिजोरी की चाबी नहीं मिली है, इसलिए इसे ताला तोड़कर खोला जाएगा। इसके लिए गुरुवार को एक कमेटी बनाई जाएगी, जो तिजोरी को खोलकर उसके भीतर क्या है, इसका मुआयना करेगी।
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क्या इसमें कोई पुरानी संपत्ति या खजाना
डॉ. महेश मंगल ने कहा कि तिजोरी में दस्तावेज या नकदी हो सकती है, हालांकि यह केवल एक अनुमान है। अब सभी की निगाहें गुरुवार पर टिकी हैं, जब कमेटी तिजोरी को खोलेगी और इस रहस्य से पर्दा उठाएगी। क्या इसमें कोई पुरानी संपत्ति या खजाना होगा, या फिर महत्वपूर्ण दस्तावेज होंगे? यह सवाल अब अस्पताल और आसपास के लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गया है। सभी की उत्सुकता अब इस बात को लेकर है कि तिजोरी में आखिर क्या छिपा हुआ है। इसके खुलने के बाद इस रहस्य से पर्दा उठेगा।