India News (इंडिया न्यूज),Tirupati Balaji Mandir Sirohi: राजस्थान के सिरोही में एक खास मंदिर है, जिसका नाम है तिरुपति बालाजी मंदिर। इस मंदिर को 600 मजदूरों ने बनाया था। आस्था के साथ-साथ इस मंदिर की वास्तुकला भी शानदार है। राजस्थान और गुजरात की सीमा पर मावल नाम का एक गांव है। इसी वजह से यह मंदिर बनाया गया है। राजस्थानी के साथ-साथ गुजराती लोग भी यहां पूजा करने के लिए आते हैं। आइए जानते हैं इस मंदिर की खासियत।
मंदिर में लगी प्रतिमा 6 फीट लंबी
आपको बता दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर की स्थापना करीब 3 साल पहले उत्तम प्रकाश अग्रवाल ने की थी। वो चार्टर्ड अकाउंटेंट एसोसिएशन के 3 बार अध्यक्ष रह चुके हैं। वो आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी के भक्त हैं और चाहते थे कि राजस्थान में भी एक ऐसा मंदिर हो। अरावली पर्वतमाला पर यह मंदिर बना है। भगवान तिरुपति के साथ आप मां पद्मावती के दर्शन भी इस मंदिर में कर सकते हैं। मंदिर में लगी प्रतिमा 6 फीट लंबी है, जिसे तमिलनाडु से लाया गया है. साल 2021 में इन प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।
दिन-रात मेहनत की थी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मंदिर को बनाने के लिए 2.5 साल का समय लगा था। 600 मजदूरों ने मंदिर को बनाया था। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश कारीगरों की पूरी टीम में दिन-रात मेहनत की थी। मंदिर के चारों तरफ 12 कलश लगे हुए हैं। मंदिर के 2 भव्य गेट हैं, जिन्हें तिरुपति बालाजी की तर्ज पर बनवाया गया है।
रविवार के दिन दीपक आरती होती है
आपको बता दें कि मंदिर सुबह 6 बजे से 1 बजे और शाम को 3 से 8 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता है। सुबह आरती 8 और शाम को 7 बजे होती है। रविवार के दिन दीपक आरती होती है, जिसमें सभी भक्त हाथ में दीया लेकर खुद भगवान की आरती उतारते हैं।
तिरुपति बालाजी मंदिर सबसे प्रमुख
बता दें कि आंध्र प्रदेश तिरुपति बालाजी मंदिर सबसे प्रमुख है। हर दिन यहां ढेर सारे लोगों पूजा करने पहुंचते हैं। मुंबई, जोधपुर,चंडीगढ़, हैदराबाद, बेंगलुरु, जयपुर और दिल्ली में भी एक तिरुपति बालाजी मंदिर है। इसके अलावा आप तिरुपति बालाजी के दर्शन तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में भी कर सकते हैं।