India News इंडिया न्यूज), Rajasthan News: BSF भर्ती 2021 के फाइनल परिणाम में जालोर निवासी भागीरथ को ऑल राजस्थान 87वीं रैंक मिली थी। चयन के बाद नई सरकार के आने पर जब एसआई की ट्रेनिंग शुरू हुई, तो भागीरथ ट्रेनिंग के दौरान ही गायब हो गया। जानकारी के मुताबिक, एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि जैसे ही पेपर लीक मामले की जांच शुरू हुई, उसे डर लगने लगा कि पेपर लीक के सारे कांड उजागर हो सकते हैं। उसे गिरफ्तार होने का आभास हुआ और वह तुरंत फरार हो गया।
जानिए पूरी घटना
बताया गया है कि, अब तक एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में कुल 51 ट्रेनी एसआई गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों में इस भर्ती का टॉपर नरेश खिलेरी (बिश्नोई) भी शामिल है। लगभग एक दर्जन महिला एसआई भी मामले में गिरफ्तार की गई हैं। साथ ही, ट्रेनी एसआई के साथ आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा (निलंबित) और पूर्व सदस्य रामू राम राईका भी इस मामले में गिरफ्तार हुए हैं। ऐसे में, एसओजी की टीमें अब भागीरथ से यह पता लगाने में जुटी हैं कि उसने एसआई भर्ती का पेपर किससे और कितने में खरीदा था। पुलिस रिमांड के अगले छह दिनों के दौरान इस मामले में नए खुलासे हो सकते हैं।
पुलिस जुटी जांच में
बता दें, पेनल्टी के डर से भागीरथ ने पेपर लीक की जांच शुरू होते ही राजस्थान पुलिस अकादमी की दीवार कूदकर फरार होने का प्रयास किया था। उसके बाद वह एक साल तक लापता रहा, जिससे जांच में और समय लगा। आखिरकार, शुक्रवार को एसओजी की टीम ने फरार ट्रेनी एसआई भागीरथ को पकड़ लिया और उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 13 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर रखने का आदेश दिया है। फिलहाल, इस मामले से पूरे एसआई भर्ती पेपर लीक कांड की गंभीरता सामने आ जाती है।