India News (इंडिया न्यूज),Ajmer Dargah News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर शरीफ दरगाह में चढ़ाई जाने वाली चादर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हिंदू सेना ने अजमेर जिला न्यायालय में याचिका दायर कर इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। संगठन के प्रमुख विष्णु गुप्ता ने दावा किया है कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह असल में एक प्राचीन शिव मंदिर है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री पद से चादर भेजने से इस मामले पर चल रहे उनके केस पर असर पड़ेगा।

शनिवार को अदालत में होगी सुनवाई

इस याचिका पर सुनवाई 4 जनवरी को सुबह यानि आज 10 बजे सिविल जज मनमोहन चंदेल की अदालत में होगी। हिंदू सेना ने आग्रह किया है कि चादर पेश करने से पहले ही इस पर रोक लगाई जाए। प्रधानमंत्री की ओर से यह चादर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू शनिवार को दरगाह पर पेश करेंगे।

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सुरक्षा के कड़े इंतजाम

अजमेर में चादर पेश करने के आयोजन को लेकर प्रशासन सतर्क है। डिविजनल कमिश्नर ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। करीब 5,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और सीसीटीवी व ड्रोन की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।

प्रधानमंत्री का संदेश: देश में रहे अमन-चैन

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने शुक्रवार को निजामुद्दीन दरगाह में चादर पेश की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यह चादर देश में भाईचारे और शांति का संदेश देती है। उन्होंने दरगाह पर देश की सुख-समृद्धि के लिए दुआ मांगी और कहा कि यह चादर ख्वाजा गरीब नवाज के प्रति पीएम की श्रद्धा को दर्शाती है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भेजी गई चादर को लेकर कोर्ट में सुनवाई से इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है।

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