India News (इंडिया न्यूज़),Ajmer Dargah: राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह का मामला लगातारा तूल पकड़ता जा रहा है। राजनीति में इस मुद्दे को लेकर घमासान मचा हुआ है। राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर हाल ही में एक नया विवाद उठ खड़ा हुआ है, जिसमें हिंदू सेना नाम के एक संगठन ने दावा किया है कि अजमेर की मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह दरअसल एक शिव मंदिर है, जिसे तोड़कर दरगाह का निर्माण किया गया। इस दावे को लेकर याचिका अजमेर की जिला अदालत में दायर की गई है, और अदालत ने इस मामले में नोटिस जारी कर दिया है। हिंदू सेना ने दरगाह के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा सर्वे की भी मांग की है।

राम गोपाल यादव ने दी ये प्रतिक्रिया

वहीं अब इस मुद्दे पर लगातार राजनीति नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। जहां इसी कड़ी में इस विवाद पर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद राम गोपाल यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह के विवादों को उठाने वाले लोग “देश में आग लगाने की कोशिश” कर रहे हैं। राम गोपाल यादव ने इस विवाद को राजनीति से प्रेरित बताते हुए आरोप लगाया कि “सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा समर्थित लोग कुछ भी कर सकते हैं” और उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि देश में सामाजिक अशांति फैल जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं अजमेर शरीफ दरगाह में चादर भेजते हैं, और इसे विवादों में डालना “घृणित और ओछी मानसिकता” का प्रतीक है।

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संभल पर भी दी थी ये प्रतिक्रिया

राम गोपाल यादव ने संभल हिंसा पर भी प्रतिक्रिया दी और इसे प्रशासन की पूरी जिम्मेदारी बताया। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के बाद कई वरिष्ठ अधिकारियों को जेल भेजा जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने इस मामले को संसद में उठाने का भी आश्वासन दिया है। यह विवाद अजमेर शरीफ की दरगाह को लेकर उठे हुए धार्मिक दावों और राजनीतिक आरोपों के बीच एक नई दिशा में बढ़ रहा है, और इसे लेकर विभिन्न राजनीतिक नेताओं और धार्मिक समूहों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

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