India News (इंडिया न्यूज़),Ajmer Hotel Khadim: अजमेर के प्रसिद्ध  आरटीडीसी होटल खादिम  का नाम अब  ‘होटल अजयमेरु’ कर दिया गया है। यह बदलाव राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी  के निर्देश पर किया गया है। इस कदम का उद्देश्य होटल के नाम को अजमेर की प्राचीन संस्कृति, इतिहास और पहचान से जोड़ना है। चलिए जानते हैं नाम क्यों बदला गया है?

अजमेर का ऐतिहासिक नाम  अजयमेरु था, जिसे  महाराजा अजयराज चौहान  ने 7वीं शताब्दी में स्थापित किया था। यह नाम अजमेरवासियों के लिए गौरव का प्रतीक है और प्राचीन भारतीय ग्रंथों में भी इसका उल्लेख मिलता है। नया नाम सैलानियों और स्थानीय निवासियों के बीच ऐतिहासिक जुड़ाव बढ़ाने के उद्देश्य से रखा गया है।

होटल अजयमेरु की सुविधाएं

इस होटल में आवास और कमरे है।    57 सुसज्जित और नवनिर्मित कमरे है।   सुइट, सुपर डिलक्स, डिलक्स, एसी और नॉन-एसी रूम ये सब भी है।  किफायती दरों पर ठहरने की सुविधा भी है।  सरकारी कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, दिव्यांगों, पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों, स्कूली विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए रियायती दरें।  शादी, सगाई, जन्मदिन, सालगिरह और अन्य आयोजनों के लिए किफायती सेवाएं भी है।  इतना ही नहीं    कैटरिंग, बार, और बैठक सुविधाएं भी है। सीजन और ऑफ-सीजन में छूट भी मिलती है। ।
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होटल बस स्टैंड के पास और रेलवे स्टेशन से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह सैलानियों और अधिकारियों के लिए ठहरने का एक लोकप्रिय स्थान है।

वासुदेव देवनानी ने अजमेर के  किंग एडवर्ड मेमोरियल  का नाम बदलकर  संत स्वामी दयानंद सरस्वती  के नाम पर रखने का भी सुझाव दिया है। यह बदलाव न केवल ऐतिहासिक जुड़ाव को मजबूत करता है, बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने और सैलानियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।