India News (इंडिया न्यूज़),Ajmer Sharif Dargah: अजमेर स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह से जुड़ा एक नया मामला सामने आया है, जिसमें हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने दरगाह को हिंदू पूजा स्थल होने का दावा करते हुए कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस पर अजमेर पश्चिम सिविल जज सीनियर डिविजन की कोर्ट ने सभी पक्षकारों को नोटिस जारी करते हुए अदालत में पेश होने के निर्देश दिए हैं, जिससे माहौल गरमा गया है।

दरगाह प्रमुख ने दिया बयान

दरगाह प्रमुख सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से न्याय प्रक्रिया का हिस्सा है। उनका कहना था कि कोई भी व्यक्ति कोर्ट में केस दायर कर सकता है, और कोर्ट इसे जांचेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के मामले पब्लिसिटी के लिए दायर किए जा सकते हैं, जैसा कि आरएसएस प्रमुख ने भी कहा था कि मस्जिदों के नीचे शिवालय ढूंढने की बजाय हम सबको आपस में शांति बनाए रखनी चाहिए।

सचिव सरवर चिश्ती ने क्या कहा

वहीं, खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती ने कहा कि दरगाह आस्था और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है और इस पर हो रही बयानबाजी देश हित में नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि हिंदू सेना द्वारा पिछले तीन साल से इस तरह की बयानबाजी की जा रही है, जो माहौल को गरमा रही है। इस मामले पर खादिमों की संस्था अपनी ओर से याचिका दाखिल करने का विचार कर रही है। दरगाह का इतिहास और महत्व दुनिया भर में है, और इस विवाद ने धार्मिक और सामाजिक संवेदनाओं को प्रभावित किया है।