India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), SI Paper leak 2021: सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी (SOG) ने सोमवार (9 सितंबर) दोपहर 1:00 बजे से रात 11:00 बजे तक आरपीएससी (RPSC) के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा से 10 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान आरपीएससी (RPSC) सचिव रामनिवास मेहताब आरपीएससी मुख्यालय में मौजूद रहे। हालांकि उनसे कोई सवाल नहीं पूछे गए। 2 घंटे की पूछताछ के बाद एसओजी रामू राम रायका और उनके बेटे-बेटी को वापस जयपुर ले गई।
बाबूलाल का चैंबर और सीलबंद अलमारी खुलवाकर जांच की गई
आरपीएससी सचिव रामनिवास मेहताब का कहना है कि एसओजी तत्कालीन आरपीएससी सदस्य रामू राम रायका, बाबू लाल कटारा, रायका के बेटे देवेश और बेटी शोभा को आरपीएससी लेकर आई थी। एसओजी ने बाबू लाल कटारा से 10 घंटे तक पूछताछ की। कटारा का चैंबर और सीलबंद अलमारी खुलवाकर जांच की गई। कटारा के कार्यकाल में हुई परीक्षाओं की फाइलों की भी जांच की गई, ताकि लीक मामले में कुछ सुराग मिल सकें।
एसओजी ने आरपीएससी के अन्य कर्मचारियों से पूछताछ नहीं की
आरपीएससी सचिव रामनिवास मेहताब ने बताया कि आरपीएससी के अन्य कर्मचारियों से किसी भी प्रकार की कोई पूछताछ नहीं की गई। एसओजी की पूछताछ सिर्फ सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया के संबंध में की गई।
ऐसे हुआ घटनाक्रम
एसओजी की टीम दोपहर एक बजे आरपीएससी के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा को लेकर आरपीएससी मुख्यालय पहुंची। उनसे पूछताछ के दौरान आरपीएससी के विभिन्न विभागों का सत्यापन किया गया। उनके कमरे में रखी सीलबंद अलमारी खोली गई और उसकी फाइलों की जांच की गई।
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दोपहर तीन बजे एसओजी की टीम रामू राम रायका, उनके बेटे देवेश और बेटी शोभा को अलग-अलग सरकारी वाहनों में लेकर आरपीएससी मुख्यालय पहुंची। उनसे भी पूछताछ की गई। माना जा रहा है कि चारों से एक साथ ही पूछताछ की गई। शाम करीब पांच बजे पूर्व एसओजी अधिकारी रायका और उनके बेटे व बेटी के साथ आरपीएससी से रवाना हो गए।
बाबूलाल कटारा से एसओजी की पूछताछ रात करीब 11 बजे पूरी हुई। इसके बाद एसओजी की टीम आरपीएससी से जयपुर के लिए रवाना हो गई। इससे पहले आरपीएससी के सभी अधिकारी आरपीएससी से रवाना हो चुके थे। एसओजी टीम के जाने के बाद सचिव रामनिवास मेहता भी आरपीएससी से चले गए।
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