India News (इंडिया न्यूज़) Rajasthan News:  राजस्थान  जिले के सिवेरा में मेडिकल स्टोर की आड़ में फर्जी तरीके से चलाए जा रहे क्लीनिक पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमएचओ डॉ. एसपी शर्मा के नेतृत्व में टीम ने छापा मारकर कार्रवाई की। इस दौरान वहां फर्जी डॉक्टर नहीं मिला। मेडिकल स्टोर पर एक 12वीं पास लड़का दवाइयां बेच रहा था। कार्रवाई की जानकारी मिलते ही झोलाछाप डॉक्टर फरार हो गया। इसके बाद टीम ने मौके से विभिन्न प्रकार की दवाइयां, इंजेक्शन व बोतलें जब्त की हैं। अब विभाग ने इस मामले में झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

चिकित्सा विभाग की टीम ने सोमवार दोपहर सिवेरा गांव में यह कार्रवाई की। टीम ने मेडिकल स्टोर की आड़ में चलाए जा रहे फर्जी क्लीनिक पर अचानक छापा मारा। मेडिकल स्टोर पर दवाइयां दे रहा लड़का भी 12वीं पास था। झोलाछाप डॉक्टर शिवकरण परमार से पूछताछ करने पर उसके बीमार लोगों का इलाज करने की जानकारी सामने आई। इसके बाद विभागीय टीम ने उसे वहां चलाए जा रहे फर्जी क्लीनिक में रखवा दिया। विभिन्न प्रकार की दवाइयां जब्त की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में दवाइयां मिली। फिलहाल विभाग ड्रग इंस्पेक्टर की जांच रिपोर्ट का भी इंतजार कर रहा है, ताकि पता चल सके कि इसमें कोई प्रतिबंधित दवाइयां तो नहीं है।

इसके बाद नियमानुसार आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई है। गौरतलब है कि दो दिन पहले कचोली में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से 8 साल की बच्ची की मौत के बाद विभाग एक्शन मोड पर है। इस मामले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमएचओ डॉ. एसपी शर्मा ने बताया कि सोमवार को टीम अरासना, तेलपुर और कोजारा सहित विभिन्न गांवों में पहुंची। लेकिन, सभी झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक बंद मिले। यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।

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