India News (इंडिया न्यूज), Hindu Mandir In Ajmer Dargah : अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए अजमेर सिविल न्यायालय पश्चिम में पेश किया गया। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से लगाई गई याचिका पर सुनवाई के दौरान भगवान शिव के बाल स्वरूप की तरफ से एडवोकेट रामस्वरूप बिश्नोई और ईश्वर सिंह ने बहस की।
वहीँ,सिविल जज मनमोहन चंदेल की बेंच ने इस मामले को सुनने योग्य माना है। साथ ही अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी अजमेर और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को नोटिस देकर पक्ष रखने की बात कही है। मामले में अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी।
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यहां जानें पूरा केस
बता दें, इससे पहले ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह को शिव मंदिर होने का दावा करने वाले मामले की सुनवाई मंगलवार को हुई थी। हिंदू सेना ने दावा किया था कि दरगाह वाली जगह भगवान शिव का मंदिर था, जिसमें सबूत के तौर पर एक खास किताब पेश की गई थी। 1910 में प्रकाशित एक किताब में दावा किया गया है कि वहां हिंदू मंदिर था। बताया गया कि 1910 में हरविलास शारदा की किताब प्रकाशित हुई थी जिसमें इस बात के सबूत भी मिले थे। ऐसे में कोर्ट ने 27 नवंबर को मामले की सुनवाई पर फैसला लेने की बात कही थी।
हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दायर की है याचिका
हिंदू पक्ष के विष्णु गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 27 नवंबर को सुबह 11:00 बजे फैसला उनके पक्ष में आएगा। दरगाह के पक्षकारों को नोटिस जारी कर सर्वे की मांग पूरी की जाएगी। इसके बाद स्थिति सबके सामने साफ हो जाएगी, लेकिन अब कल कोर्ट तय करेगा कि यह मामला आगे बढ़ाने लायक है या नहीं, इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं।