India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), CM Bhajan Lal Sharma: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के बिगड़ते पर्यावरण पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने लोगों से पर्यावरण प्रदूषण के बढ़ते स्तर के प्रति जागरूक होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास वाहन है तो हमें हर साल 15 पेड़ लगाने चाहिए, ताकि हम अपने द्वारा किए जा रहे प्रदूषण की भरपाई कर सकें। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना चाहिए कि पर्यावरण प्रदूषण को कम से कम किया जा सके और पेड़ों की संख्या को अधिक से अधिक बढ़ाया जा सके।
सीएम बोले- एसी चलाकर कंबल ओढ़ना ठीक नहीं
सीएम भजनलाल राजधानी के सीतापुर स्थित जेईसीसी में अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के ब्लू स्काईज कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एयर कंडीशनर चलाने के बाद कंबल ओढ़कर सोने वालों पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि तापमान 18 से 19 डिग्री पहुंचने के बाद लोग कंबल ओढ़कर सो जाते हैं, जो ठीक नहीं है। एसी से निकलने वाली गर्म हवा पर्यावरण को प्रदूषित करती है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि हमें एयर कंडीशनर को 23 से 24 के तापमान पर चलाना चाहिए, ताकि हम खुद को राहत देने के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा भी कर सकें।
CM ने सार्वजनिक पौधारोपण पर विशेष जोर दिया
सीएम भजनलाल ने कार्यक्रम में प्रदेश के बिगड़ते पर्यावरण संतुलन पर गहरी चिंता जताई और अधिक से अधिक पेड़ लगाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिनके पास पेड़ लगाने के लिए जगह नहीं है, उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर जाकर पेड़ लगाने चाहिए। इससे प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, जो व्यक्ति प्रदूषण फैलाता है, उसे ऐसा करने से रोकें। उन्होंने निजी परिवहन के बजाय जितना संभव हो सके सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की सलाह दी है, ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना चाहिए कि अगर हमारे पास कार है, तो हम हर साल 10 से 15 पेड़ लगाएंगे।
लोग करोड़ों का मकान बनाते हैं, लेकिन घर के बाहर कूड़ा फेंकते हैं: सीएम सीएम भजनलाल ने ऐसे लोगों पर निशाना साधा जो करोड़ों रुपये की लागत से बंगले बनाते हैं, लेकिन अपने घर के बाहर कूड़ा रखते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को सोचना चाहिए कि उनके घर के सामने सड़क किसकी है? हमने अपने घर के अंदर तो वातावरण अच्छा बना लिया है, लेकिन बाहर कूड़ा फेंककर वातावरण को प्रदूषित कर दिया है। घर से निकलने वाले गंदे पानी के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त और टूट जाती हैं। एक जागरूक नागरिक होने के नाते हमें पर्यावरण संरक्षण में भाग लेना चाहिए।
मुसलमानों के सबसे बड़े देश में 700 साल से खौलते लावे को थामे बैठे हैं गणपति, क्या है रहस्य