राजस्थान के इस जिले में ठगी का नया तरीका! साइबर फ्रॉड से जुड़ी यह खबर उड़ा देगी आपकी नीं
Cyber Crime
India News (इंडिया न्यूज़),Cyber Crime: प्रदेशभर में ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। आए दिन शातिर ठग किसी ना किसी को अपना निशाना बना रहे है। यहां फिर एक बार ठगी का ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद आपके भी होश उड़ जाएंगे। पूरा मामला राजस्थान के डीग जिले का है। राजस्थान के डीग जिले में साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए ऑपरेशन एंटीवायरस अभियान के तहत पुलिस ने सराहनीय कार्रवाई की है। खोह थाना पुलिस ने गांव भोडाकी के जंगलों से 5 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये ठग ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर भोली-भाली जनता को निशाना बना रहे थे।
ठगी का तरीका
ठग गूगल पे और फोन पे जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का फर्जी ट्रांजेक्शन स्क्रीनशॉट बनाकर लोगों को भेजते थे। वे दावा करते थे कि पैसे गलती से उनके खाते में ट्रांसफर हो गए हैं। वे सामने वाले को थोड़ा पैसा काटकर शेष राशि लौटाने के लिए कहते थे।
पीड़ित को अधिक राशि के झांसे में डालते थे। जब पीड़ित उनके खाते में पैसे भेज देता, तब उसे ठगी का एहसास होता। गिरफ्तार ठगों के मोबाइल फोन की जांच में फर्जी प्रोफाइल, चैट्स और ठगी से संबंधित स्क्रीनशॉट मिले है।
ऐसे में अब पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। अनजान व्यक्तियों के भेजे गए गूगल पे या फोन पे के ट्रांजेक्शन स्क्रीनशॉट पर तुरंत भरोसा न करें। किसी भी ट्रांजेक्शन से पहले अपने खाते की स्थिति और पेमेंट हिस्ट्री की पुष्टि करें। स्क्रीनशॉट की वैधता सुनिश्चित करने के लिए पेमेंट ऐप के अंदर ट्रांजेक्शन हिस्ट्री जांचें। इस कार्रवाई ने न केवल साइबर ठगों को पकड़ा बल्कि जनता को सतर्क रहने का संदेश भी दिया है। आईजी राहुल प्रकाश और एसपी राजेश कुमार मीणा के निर्देशन में डीग पुलिस की यह पहल साइबर अपराध पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। संवेदनशील बैंक जानकारी किसी के साथ साझा न करें। संदेह होने पर तुरंत साइबर सेल या नजदीकी पुलिस थाने में संपर्क करें। यह कार्रवाई उन लोगों के लिए चेतावनी है जो डिजिटल माध्यमों का दुरुपयोग करके लोगों को ठगते हैं। जनता को सतर्क रहकर इस तरह के अपराधों से बचना चाहिए ।