India News (इंडिया न्यूज), Falgun Muqam Fair: राजस्थान के खाजूवाला क्षेत्र में श्रद्धा और आस्था का प्रमुख केंद्र फाल्गुन मुकाम मेला आज से प्रारंभ हो गया है। यह मेला श्री गुरु जांभोजी के समाधि स्थल मुकाम पर आयोजित किया जाता है, जहां लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से दर्शन करने पहुंचते हैं।
जागरण और धार्मिक अनुष्ठान होंगे आयोजित
फाल्गुन मास की पावन तिथियों पर आयोजित इस मेले में भक्तों के लिए विशेष धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। मेले के दौरान दो दिनों तक भजन संध्या और जागरण का आयोजन होगा, जहां भजन कलाकार गुरु जांभोजी के भजन प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा, 27 फरवरी को अमावस्या के दिन हवन और पाहल की रस्म निभाई जाएगी।
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नशा और प्लास्टिक पर प्रतिबंध
मेला समिति ने स्वच्छता और भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मेले के दौरान नशे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। साथ ही, प्लास्टिक और नकली घी की बिक्री पर भी सख्ती बरती जाएगी। यदि कोई दुकानदार इन नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए सेवक दल की टीमें पूरी तरह सक्रिय हो गई हैं। खाजूवाला से 35 सेवकों की टीम मुकाम के लिए रवाना हो चुकी है, जो भक्तों की सेवा में जुटेगी। राजस्थान के विभिन्न जिलों से हजारों सेवक मेले में अपनी सेवाएं देंगे।
सेवकों का हुआ सम्मान
बिश्नोई समाज के श्रद्धालु मुकाम स्थित समाधि स्थल के दर्शन करने के साथ-साथ समराथल भी जाएंगे, जो गुरु जांभोजी से जुड़ा एक महत्वपूर्ण स्थान है। श्री गुरु जंभेश्वर चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बनवारी लाल सियाग* ने खाजूवाला से जाने वाले सेवकों को सम्मानित कर उन्हें रवाना किया। ट्रस्ट के अनुसार, यह मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और आध्यात्मिकता का संगम भी है।
भक्तों की बढ़ी भीड़
मुकाम मेले में भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी है और वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो चुका है। श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि वे बिना किसी परेशानी के दर्शन और धार्मिक क्रियाएं पूरी कर सकें।
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