India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: एक ऐसा प्रेम जो बंधनों को तोड़कर जीने की चाहत से शुरू हुआ, अब मौत की धमकियों के साए में जी रहा है। तहंदेसर के नरेंद्र और सांड़वा की सुमन ने अपने प्यार को मुकाम देने के लिए परिवार और समाज से बगावत कर कोर्ट में शादी रचाई लेकिन इस शादी ने उनके लिए मुश्किलों का पहाड़ खड़ा कर दिया है।
धमकियों के साए में छिप-छिपकर जीने को मजबूर
अपने रिश्ते को लेकर घरवालों की नाराजगी झेलने वाले इस जोड़े का कहना है कि सुमन के परिवार ने न केवल रिश्ता ठुकराया, बल्कि सुमन की जबरन शादी “अटा-सटा” प्रथा के तहत कराने की तैयारी भी कर ली थी। इससे बचने के लिए दोनों ने भागकर शादी कर ली। अब परिवार के लोग उनकी जान के पीछे पड़े हैं।
होटल में छुपा नवविवाहित जोड़ा
शादी के बाद जयपुर और कोटा के होटलों में छुपते-छुपाते वक्त बिताने वाले इस जोड़े ने जब धमकियों से तंग आकर पुलिस से मदद मांगी, तो मामला और तूल पकड़ गया। सुमन ने सीधे तौर पर अपने परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उसे “डील” का हिस्सा बनाकर उसकी जिंदगी बर्बाद करना चाहते थे।
प्यार का गुनाह या समाज का अपराध?
सुमन और नरेंद्र की कहानी ने एक बार फिर इस सवाल को हवा दी है कि क्या अपने मन से जीवनसाथी चुनना आज भी समाज के लिए इतना बड़ा गुनाह है? परिवार की इज्जत के नाम पर “अटा-सटा” जैसी प्रथाओं को जायज ठहराने वाले लोग क्या सच में रिश्तों की अहमियत समझते हैं? अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इन धमकियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाएगा, या यह प्रेम कहानी भी उन दर्दनाक कहानियों में शामिल हो जाएगी, जहां प्यार की सजा मौत होती है?