India News (इंडिया न्यूज), Farmer Protest: राजस्थान के खाजूवाला और आसपास के नहरी क्षेत्रों में किसानों का सिंचाई पानी को लेकर आंदोलन तेज हो गया है। किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए नहरों में पर्याप्त पानी की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार भी गंभीर है, और मुख्यमंत्री सहित केंद्रीय मंत्री इस पर नजर बनाए हुए हैं।
क्यों कर रहे हैं किसान आंदोलन?
सरसों और गेहूं की फसल को पकाने के लिए किसानों को पर्याप्त सिंचाई पानी की जरूरत है, लेकिन पानी की कमी के चलते उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं। किसानों की मुख्य मांग है कि इंदिरा गांधी नहर (IGNP) में दो अतिरिक्त सिंचाई पानी दिया जाए, जिससे उनकी फसलें सुरक्षित रह सकें।
पंजाब के हरिके बैराज पहुंचा डेलिगेशन
किसानों की इस गंभीर समस्या को लेकर सिंचाई विभाग और प्रशासन के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल (डेलिगेशन) पंजाब के हरिके बैराज पहुंचा। वहां उन्होंने पंजाब सरकार के अधिकारियों से नहरों में पानी की उपलब्धता को लेकर चर्चा की। मुख्य सचिव सुधांश पंत के निर्देशन में यह डेलिगेशन जमीन पर हालात की जांच कर रहा है और एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है।
पंजाब में नहरों का निरीक्षण
डेलिगेशन ने फरीदकोट के पास राजस्थान कैनाल की 188RD तक पानी की स्थिति का जायजा लिया। साथ ही, सरहिंद फीडर के 133RD पर चल रहे निर्माण कार्य की भी समीक्षा की। पंजाब के अधिकारियों का कहना है कि जब पेयजल से अधिक पानी छोड़ा जाता है तो सरहिंद फीडर में लीकेज होने लगता है, जिससे निर्माण कार्य प्रभावित होता है।
किसानों का चक्का जाम
सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों ने चक्का जाम का ऐलान कर दिया है। खाजूवाला, पूगल, छतरगढ़, लूणकरणसर, घड़साना, रावला और अनूपगढ़ सहित कई इलाकों में किसान हाईवे जाम करेंगे। किसानों के इस आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पुलिस और प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैठक की और संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात करने का निर्णय लिया है। देर रात पूगल में जिला कलेक्टर और एसपी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश जारी किए।
सरकार से उम्मीद
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने मुख्यमंत्री से बातचीत कर किसानों की मांगों पर चर्चा की है। अब देखना होगा कि सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए क्या कदम उठाती है। फिलहाल, किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।