इंडिया न्यूज़ (जयपुर): बीजेपी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह गांधी परिवार के प्रति समर्पण के अलावा कुछ नहीं देख सकते.
केंद्रीय मंत्री और जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा की, ‘गहलोत जी को आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ की परिभाषा समझ में नहीं आई, जिसके तहत बीजेपी ने देश में अनजान लोगों को सम्मानित किया. इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू पहले से ही सूची में थे और उन्हें ढूंढा और दिखाया नहीं जाना था।”
इससे पहले, अशोक गहलोत ने बीजेपी पर जवाहर लाल नेहरू जैसे नेताओं को भूलने का आरोप लगाया था और कहा था की बीजेपी नेता इतिहास को तथ्य के साथ नही बताते.
सीएम गहलोत ने कहा था की, “पंडित जवाहरलाल नेहरू के बिना कोई ‘अमृत महोत्सव’ सफल नहीं हो सकता, लेकिन फिर भी उनके (भाजपा) शासन में इंदिरा गांधी का कोई जिक्र नहीं है। कई महान स्वतंत्रता सेनानी थे लेकिन बीजेपी वाले उनके बारे में बात नहीं करते हैं। मोदी सरकार देश को इतिहास के बारे में सच नहीं बताना चाहती।”
उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा की, ‘हम इतिहास छिपा नहीं रहे हैं, बल्कि उन चीजों को बता रहे हैं जो जानबूझकर लोगों से छिपाई गई थीं। अब हम उन स्वतंत्रता सेनानियों के नामों का खुलासा कर रहे है जिनके नाम हमारे इतिहास की पाठ्यपुस्तकों के पन्नों से मिटा दिए गए थे, उन्हें भुलाने की साजिश की गई थी और जब हम ऐसा कर रहे हैं तो उनके (अशोक गहलोत) पेट में दर्द होना स्वाभाविक है।”
श्री शेखावत ने आगे कहा, “पीएम मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले छिपे हुए लोगों का पता लगाने और उन्हें सम्मानित करने की अपील की ताकि स्थानीय लोग भी उनसे प्रेरणा ले सकें।”
अशोक गहलोत और गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच इस बयानबाजी से पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा था कि मौजूदा सरकार कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के महान बलिदानों और उपलब्धियों को कमतर करने की कोशिश कर रही है.
सोनिया गांधी ने कहा था की, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राजनीतिक फायदे के लिए ऐतिहासिक तथ्यों पर दिए गए गलत बयानों और गांधी-नेहरू-पटेल-आजाद जैसे महान राष्ट्रीय नेताओं पर झूठ के आधार पर सवाल करने की हर कोशिश का विरोध करेगी।”