India News (इंडिया न्यूज़),HMPV Virus Cases News: राजस्थान में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने जानकारी दी है कि देश के कुछ हिस्सों में इस वायरस के मामूली केस सामने आए हैं, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह वायरस वर्ष 2001 से मौजूद है और इसका प्रभाव अब तक सामान्य रहा है।

कोई गंभीर मामला या मौत का मामला नहीं

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एचएमपीवी वायरस से संबंधित कोई गंभीर मामला या मौत का मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने जनता को सलाह दी कि सर्दी, खांसी, जुकाम या बुखार जैसे लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें, खासकर बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

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प्रदेशभर में मेडिकल अधिकारियों को सतर्कता के निर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार, राजस्थान में चिकित्सा अधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जांच और उपचार के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। राज्य के पांच प्रमुख वीआरडीएल लैब्स—एम्स जोधपुर, सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर और एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर में इस वायरस की जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं। किसी भी अस्पताल में वायरस से संबंधित गंभीर लक्षणों वाले मरीज की जांच इन लैब्स में की जा सकती है।

केंद्र ने बताया वायरस घातक नहीं

स्वास्थ्य मंत्री खींवसर ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में यह स्पष्ट किया गया कि एचएमपीवी वायरस घातक नहीं है। यह सर्दी के मौसम में सामान्य सर्दी-खांसी जैसे लक्षणों के साथ कुछ मामलों में सामने आ सकता है। राज्य सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और जनता को सतर्क रहने के साथ घबराने की आवश्यकता नहीं है।

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