India News (इंडिया न्यूज), Jaipur News: राजधानी जयपुर में डायरेक्टरेट जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 10 करोड़ रुपये के टैक्स घोटाले का खुलासा किया है। इस दौरान, अधिकारियों ने 4 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी भी बरामद की। यह घोटाला लुब्रिकेटिंग ऑयल को साफ करने वाली कंपनियों से जुड़ा हुआ है, जिनके द्वारा फर्जी चालान बनाकर टैक्स चोरी की जा रही थी।

सात कंपनियों पर जीएसटी चोरी का आरोप

डीजीजीआई की जयपुर जोनल यूनिट ने शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित कंपनियों के ठिकानों पर रेड डाली। इस कार्रवाई में जिन कंपनियों के ठिकानों की जांच की गई, उनमें व्यापारी दीपक एंटरप्राइजेज, मेसर्स रैक्सी लुबर्स, लुब्रिकेटिंग ऑयल रिफाइनर मेसर्स महावीर केमिकल इंडस्ट्रीज, मेसर्स माहेश्वरी पेट्रोकेमिकल्स और मेसर्स ओम इंडस्ट्रीज शामिल हैं। इन कंपनियों के खिलाफ टैक्स चोरी के आरोप सामने आए हैं।
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फर्जी चालान के जरिए टैक्स चोरी

जांच में पता चला कि इन कंपनियों द्वारा शातिर तरीके से टैक्स चोरी की जा रही थी। दरअसल, ये कंपनियां बिना माल की सप्लाई के फर्जी चालान जारी कर रही थीं। फर्जी चालानों में दिखाए गए माल के संबंध में इन कंपनियों ने अन्य तेल रिफाइनर्स को कम मूल्य पर चालान जारी किए। इसके अलावा, इन कंपनियों ने बिना बिल के प्रयुक्त तेल की खरीद को भी कवर करने के लिए फर्जी चालानों का इस्तेमाल किया। इस तरीके से इन कंपनियों ने करीब 10 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की।

4 करोड़ रुपये से अधिक नकदी बरामद

डीजीजीआई की टीम ने इस बड़ी कार्रवाई के दौरान 4 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी भी बरामद की। यह नकदी टैक्स चोरी में शामिल कंपनियों द्वारा की जा रही वित्तीय अनियमितताओं का हिस्सा मानी जा रही है। इस घोटाले का खुलासा होने के बाद विभाग ने आगे की जांच शुरू कर दी है और इस मामले में कई अधिकारियों और व्यापारियों से पूछताछ की जा रही है।
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घोटाले से जुड़ी सभी कंपनियों पर कार्रवाई

डीजीजीआई की जांच अभी भी जारी है और इस घोटाले से जुड़ी सभी कंपनियों के वित्तीय रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के घोटालों को पकड़ने और रोकने के लिए उनकी टीम पूरी तरह से सक्रिय है। विभाग की कोशिश है कि इन शातिर कंपनियों को कड़ी सजा दिलवाई जाए और टैक्स चोरी की रकम की वसूली की जाए।