India News (इंडिया न्यूज), Kota Firing Case: राजस्थान के कोटा जिले में हुई फायरिंग की घटना में बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, जिस बदमाश को पहले रूद्र उर्फ ‘आरडीएक्स’ बताया जा रहा था, वह जिंदा है, जबकि फायरिंग में प्रीतम गोस्वामी की मौत हुई थी। दूसरी तरफ, पुलिस ने जब प्रीतम के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले तो उसके कई मामले सामने आए।
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कैसे सामने आया सच?
बता दें, 26 जनवरी को महावीर नगर थाना क्षेत्र में एक दुकानदार पर फायरिंग की घटना हुई थी, जिसमें प्रीतम भी शामिल था। ऐसे में, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें घटनास्थल से पहले एक व्यक्ति मकान से निकलते हुए नजर आया। ऐसे में, रविवार को पुलिस को श्रीनाथपुरम कॉलोनी में एक मकान में बदमाशों के छुपे होने की सूचना मिली। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने घेराबंदी की, इसी दौरान कमरे से गोली चलने की आवाज आई। जब पुलिस अंदर पहुंची तो एक बदमाश मृत मिला, जिसके सिर में गोली लगी थी। बता दें, पहले मृतक की पहचान रूद्र उर्फ ‘आरडीएक्स’ के रूप में हुई थी। मृतक के भाई ने भी शव को रूद्र बताया। लेकिन सोमवार को जब दोबारा पहचान करवाई गई तो मृतक प्रीतम गोस्वामी निकला।
जानें क्या मिला घटनास्थल पर?
बताया गया है कि, पुलिस को मौके से प्रीतम की आईडी और ‘आरडीएक्स’ की गाड़ी मिली। इससे शक और गहराया कि शायद ‘आरडीएक्स’ बच निकला हो। अब पुलिस रूद्र उर्फ ‘आरडीएक्स’ की तलाश में जुटी है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंपा। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से प्रीतम का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। इस घटना के बाद कोटा में अपराध और पुलिस की जांच पर नए सवाल उठ खड़े हुए हैं।
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