India News (इंडिया न्यूज), Makar Sankranti 2025: राजस्थान के जालौर में मकर संक्रांति 2025 का त्योहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। मकर संक्रांति के पर्व पर पतंगबाजी का बड़ा चलन है, लेकिन इस बार प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। पतंगबाजी केलिए धातुओं से बना मांझा (चाइनीज मांझा) के इस्तेमाल और बिक्री को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

मांझे के इस्तेमाल और बिक्री पर लगा रोक

जानकारी के मुताबिक, पतंगबाजी के समय को लेकर भी प्रशासन की तरफ से गाइडलाइन को जारी किया गया है। प्रशासन की तरफ से जारी किए गए आदेशों के अनुसार, इस बार मकर संक्रांति पर 9 घंटे ही पतंगबाजी कर सकेंगे। साथ ही, जालौर जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के गावंडे ने जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत धातु निर्मित मांझे के उपयोग और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध किया है।

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31 जनवरी तक जारी रहेंगे आदेश

प्रशासन ने कहा कि कोई भी व्यक्ति मांझे का भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ पक्षियों के विचारण की गतिविधि सुबह 6 बजे से 8 बजे और शाम 5 बजे से 7 बजे के मध्य होती है। इन दोनों समय पर पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। 31 जनवरी तक यह आदेश जारी रहेंगे।

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चाइनीज मांझे से होता है नुकसान

प्रशासन का कहना है कि पतंगबाजी के लिए धातुओं से बना मांझे से दुपहिया वाहन चालकों और पक्षियों को जान-माल का नुकसान होता है। साथ ही बिजली के तारों के संपर्क में आने से पतंग उड़ाने वाले को भी नुकसान होता है और बिजली सप्लाई में बाधा उत्पन्न होती है।