India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Munesh Gurjar: राजस्थान में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों का सामना कर रही जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली राज्य की भाजपा सरकार ने मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी दे दी है। सूत्रों ने बताया कि अभियोजन स्वीकृति पिछले सप्ताह शुक्रवार को जारी की गई।
मेयर के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की जाएगी
सोमवार को यह जानकारी देते हुए राज्य के नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने पत्रकारों को बताया कि गृह विभाग की ओर से मेयर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा, “जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की ओर से उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की जाएगी और हमें इसकी जानकारी मिल जाएगी, तो मेयर मुनेश गुर्जर को निलंबित कर पद से हटा दिया जाएगा और किसी अन्य पार्षद को कार्यवाहक मेयर बनाया जाएगा।”
एसीबी (ACB) ने मेयर के आवास पर मारा छापा
पिछले साल 4 अगस्त को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मेयर मुनेश गुर्जर के आवास पर छापा मारा था, जहां उनके पति सुशील गुर्जर और दो दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को दो लाख रुपये की रिश्वत के साथ पकड़ा था।
ब्यूरो की छापेमारी के दौरान सुशील गुर्जर के घर से लीज संबंधी फाइलें और 41 लाख रुपए तथा दलाल नारायण सिंह के घर से 8.95 लाख रुपए बरामद हुए। जांच में मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि हुई है। छापेमारी के एक दिन बाद ही कांग्रेस पार्षद मुनेश गुर्जर को पूर्व कांग्रेस सरकार ने मेयर पद से निलंबित कर दिया था। हालांकि बाद में उन्हें हाईकोर्ट से राहत मिल गई थी। एसीबी ने आवास से कुछ सरकारी फाइलें और 40 लाख रुपए नकद भी बरामद किए थे। जांच के दौरान एसीबी को मुनेश गुर्जर की संलिप्तता का पता चला था, जिसके बाद ब्यूरो ने मुनेश गुर्जर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के लिए अभियोजन स्वीकृति मांगी थी।
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