India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान सरकार द्वारा नवगठित जिलों को रद्द करने के फैसले में अनूपगढ़ जिला भी शामिल होने के बाद, शहर में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इस फैसले के विरोध में अनूपगढ़ शहर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही धान मंडी में भी बंद का समर्थन किया गया, जहां कृषि जिंसों की बोली नहीं हुई।
विरोध प्रदर्शन और समर्थन
अनूपगढ़ शहर के व्यापारियों, दुकानदारों और किसानों ने इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। अनूपगढ़ बार एसोसिएशन ने भी जिला बचाओ संघर्ष समिति को अपना समर्थन देते हुए अपना कामकाज बंद रखा। शहर के बाजारों में शांति के साथ प्रदर्शन हुआ, जिसमें स्थानीय लोग और व्यापारी शामिल थे।
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पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल का आह्वान
आज इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल भी शामिल हुए। उन्होंने अनूपगढ़ क्षेत्र के लोगों से अपील की कि वे इस संघर्ष में एकजुट होकर भाग लें। मेघवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा अनूपगढ़ जिले को रद्द करना यहां की जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार को जब तक अनूपगढ़ को जिला नहीं बना देती, तब तक यह धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।
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जनता का आक्रोश और भविष्य की रणनीति
अनूपगढ़ क्षेत्र के लोग अब तक की सबसे बड़ी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। उनका मानना है कि जिला बनने से क्षेत्र में विकास होगा और लोगों की समस्याओं का समाधान होगा। इसलिए, वे इस फैसले के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प ले चुके हैं।