India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने नागौर जिले के सरासनी गांव में किसानों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों का नतीजा बताया और कहा कि प्रदेश और देश का किसान भाजपा की दमनकारी नीतियों से त्रस्त होकर आंदोलन करने को मजबूर है।

भाजपा किसानों की आवाज दबा रही है

जूली ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के अधिकारों का हनन करने और उनकी आवाज को दबाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जेएसडब्ल्यू सीमेंट कंपनी के समर्थन में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों और महिलाओं पर बर्बर लाठियां बरसाईं, जिससे कई लोग घायल हो गए।

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अन्नदाता पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं

नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “नागौर में जो हुआ, वह अमानवीय और अस्वीकार्य है। कांग्रेस पार्टी किसानों पर होने वाले किसी भी अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेगी।” जूली ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषी अधिकारियों को सख्त सजा देने की बात कही। जूली ने बताया कि उन्होंने नागौर के जिला कलेक्टर से लाठीचार्ज की पूरी जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा, “यह घटना न केवल किसानों के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों का भी हनन है। मैं मांग करता हूं कि सरकार दोषियों पर तुरंत कार्रवाई करे और किसानों के हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए।”

किसानों के समर्थन में कांग्रेस

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस हमेशा अन्नदाता के साथ खड़ी है। “हम किसानों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उनकी आवाज को दबाया न जा सके। किसानों के साथ हो रहा अन्याय किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।” इस घटना ने प्रदेश में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस ने जहां भाजपा सरकार को किसान विरोधी करार दिया है, वहीं विपक्षी दलों के नेता इस मुद्दे पर सरकार से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।

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