India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Agriculture Department: राजस्थान में किसानों को उनकी फसल का सही दाम दिलाने के लिए कृषि विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत अब किसानों को अपनी फसल के बाजार मूल्य की जानकारी घर बैठे ही मिल जाएगी। पहले किसानों को मंडी जाकर भाव पता करना पड़ता था, जिससे समय और मेहनत दोनों लगते थे। लेकिन अब वॉट्सएप ग्रुप के जरिए यह जानकारी सीधे किसानों तक पहुंचेगी।
कैसे मिलेगा मंडी भाव?
कृषि विभाग ने प्रदेश की 150 से अधिक मंडियों के भाव रोजाना किसानों को वॉट्सएप पर भेजने का फैसला किया है। इसके लिए किसान सेवा ग्रुप बनाए गए हैं, जिनमें जिला और पंचायत स्तर के अधिकारी जुड़े हैं। इन ग्रुप्स में किसानों को न केवल मंडी भाव की जानकारी मिलेगी, बल्कि कृषि से जुड़ी तकनीकी जानकारियां भी साझा की जाएंगी।
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38 लाख किसान जुड़े
कृषि विभाग के अनुसार, अब तक करीब 7,900 वॉट्सएप ग्रुप बनाए जा चुके हैं, जिनमें 38 लाख से अधिक किसान जुड़ चुके हैं। इन ग्रुप्स में कृषि विशेषज्ञ, ब्लॉक स्तर के अधिकारी और कृषि पर्यवेक्षक भी शामिल हैं, जो किसानों को मौसम, फसल सुरक्षा, खाद-बीज और नई तकनीकों की जानकारी देंगे।
फायदा क्या होगा?
. फसल का सही दाम मिलेगा- किसान अलग-अलग मंडियों के भाव देखकर अपनी फसल वहां बेच . सकेंगे, जहां उन्हें अधिक दाम मिलेगा।
. समय की बचत होगी- अब किसानों को मंडी जाने की जरूरत नहीं होगी, वे घर बैठे ही जानकारी पा सकेंगे।
. नई तकनीकों की जानकारी मिलेगी- ग्रुप में कृषि वैज्ञानिक और विशेषज्ञ फसलों से जुड़ी नई . तकनीकों की जानकारी साझा करेंगे।
. हर फसल की सही कीमत मिलेगी- सीजन के अनुसार फसलों के भाव अपडेट किए जाएंगे, जिससे किसान सही समय पर फसल बेच सकेंगे।
कैसे जुड़ सकते हैं किसान?
ग्राम पंचायत स्तर पर कृषि पर्यवेक्षक किसानों को इन ग्रुप्स से जोड़ रहे हैं। अगर कोई किसान इस सेवा से जुड़ना चाहता है, तो वह अपने नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकता है। यह पहल किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। इससे न केवल उन्हें उनकी फसल का सही दाम मिलेगा, बल्कि वे नई कृषि तकनीकों को अपनाकर अपनी उपज भी बढ़ा सकेंगे।