India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के छह विधायकों के निलंबन के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। निलंबित विधायकों को सदन में प्रवेश से रोकने के लिए विधानसभा परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। प्रवेश द्वारों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, वहीं सादा वर्दी में भी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं ताकि निलंबित विधायक किसी भी तरह सदन में न जा सकें।
विधानसभा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। विधानसभा के सभी प्रवेश द्वारों पर सघन तलाशी की जा रही है। किसी भी बाहरी व्यक्ति या वाहन को बिना जांच के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। सुरक्षाकर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि निलंबित विधायक किसी भी माध्यम से सदन में प्रवेश न कर सकें।
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कांग्रेस का बहिष्कार
कांग्रेस ने निलंबन के विरोध में विधानसभा की शेष सत्र की कार्यवाही का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। विपक्षी विधायकों की एक बैठक में यह फैसला लिया गया कि जब तक मंत्री अविनाश गहलोत सदन में माफी नहीं मांगते, कांग्रेस कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेगी। इसके अलावा, कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की भी घोषणा की है।
राजनीतिक तनाव बढ़ा
इस निलंबन के बाद राजस्थान की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस विधायकों का कहना है कि यह फैसला अन्यायपूर्ण है और वे इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे। वहीं, सरकार ने सुरक्षा को लेकर कोई ढील न देने का फैसला किया है।
आगे क्या होगा?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह विवाद अभी और बढ़ सकता है। कांग्रेस विधायक अपने निलंबन को रद्द कराने की मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार अपने फैसले पर अडिग नजर आ रही है। अब देखना होगा कि इस मामले का समाधान कैसे निकलता है और क्या कांग्रेस अपना विरोध जारी रखेगी या सरकार के साथ किसी समाधान पर पहुंचेगी।