India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा में सोमवार को कांग्रेस विधायकों के निलंबन के खिलाफ जोरदार हंगामा हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी और छह विधायकों के निलंबन को लेकर कांग्रेस सदस्यों ने सदन में प्रदर्शन किया। इसके अलावा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध जताया, जिससे जयपुर का राजनीतिक माहौल गरमा गया।

सदन में जोरदार विरोध

सोमवार सुबह जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन को बाधित करने की कोशिश की। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सूचीबद्ध प्रश्नों को बुलाते हुए कार्यवाही जारी रखने की कोशिश की, लेकिन विरोध के चलते सदन की कार्यवाही को 13 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा।

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पुलिस से झड़प

सदन के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। जब पुलिस ने उन्हें बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की, तो कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हो गई। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब तक निलंबित विधायकों को वापस नहीं लिया जाता और मंत्री माफी नहीं मांगते, तब तक वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।

क्या है पूरा मामला?

शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान भाजपा मंत्री अविनाश गहलोत ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि 2023-24 के बजट में एक योजना का नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया है। इस टिप्पणी पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया और सदन में हंगामा किया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के छह विधायकों—गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन और संजय कुमार को निलंबित कर दिया।

कांग्रेस की मांग

कांग्रेस विधायकों ने मंत्री से माफी मांगने और निलंबन रद्द करने की मांग की है। पार्टी नेताओं ने विधानसभा का घेराव करने और प्रदर्शन तेज करने की योजना बनाई है। इस घटनाक्रम से राजस्थान की राजनीति गर्मा गई है और आने वाले दिनों में सियासी घमासान और तेज होने की संभावना है।

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