India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा में इस समय एक बड़ा गतिरोध जारी है, जो अब तीसरे दिन भी खत्म नहीं हुआ है। कांग्रेस के 47 विधायक विधानसभा के भीतर धरने पर बैठे हैं। उनका मुख्य मुद्दा यह है कि जिन छह विधायकों का निलंबन किया गया था, वह रद्द किया जाए और इसके साथ ही ‘दादी’ शब्द को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए।
क्या है पूरा मामला?
बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने इंदिरा गांधी को कांग्रेस की ‘दादी’ बताया था। इस टिप्पणी से सदन में भारी हंगामा हुआ और कांग्रेस विधायकों ने विरोधस्वरूप जमकर नारेबाजी की। इस हंगामे के बाद, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कांग्रेस के छह विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिन्हें विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद विपक्षी विधायकों ने निलंबन को वापस लेने की मांग करते हुए धरना शुरू कर दिया।
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कैसे हुई धरने की शुरुआत
धरने की शुरुआत 28 विधायकों ने की थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 47 हो गई है। इन विधायकों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। शुक्रवार और शनिवार की रात उन्होंने विधानसभा में ही बिताई और रामधुन गाकर अपना समय पास किया। अब यह आंदोलन और तेज हो गया है, और विपक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपनी मांगों पर ध्यान दिए बिना सदन से नहीं उठेंगे।
गरमाया राजनीतिक माहौल
राजस्थान विधानसभा में इस गतिरोध ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। विपक्ष और सत्ताधारी दल के बीच यह संघर्ष अब देखने योग्य बन गया है, और इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में और भी हलचल हो सकती है।