India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan by-Election: भाजपा नेता नरेंद्र मीणा ने पार्टी से टिकट न मिलने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि 2013 से हर बार उनका नाम पहले स्थान पर रहा, फिर भी टिकट नहीं मिला। उन्होंने कार्यकर्ताओं में आक्रोश का जिक्र किया और सलूम्बर बाईपास पर बैठक का आह्वान किया। नरेंद्र मीणा ने अपने 20 साल के अनुभव और अनुशासन का हवाला देते हुए कहा कि वे पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। उन्होंने पूर्व में भी चुनाव लड़ा है, लेकिन टिकट न मिलने से आहत हैं।
सलूंबर से भाजपा में बगावत
नरेंद्र मीणा, जो सलूंबर से भाजपा में बगावत कर रहे हैं, संघ पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और पिछले 25 साल से संघ के सक्रिय सदस्य हैं। उन्होंने 2008 में विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस के रघुवीर सिंह मीणा से करीब 22,000 वोटों से हार गए।
वर्तमान में, वे जनजाति विशेष सामाजिक सम्पर्क अभियान के प्रदेश सहसंयोजक हैं। इसके पहले, वे 2016 से 2019 तक उदयपुर जिला भाजपा देहात के जिला महामंत्री रहे और 2015 से 2020 तक पंचायत समिति सराड़ा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त, उन्होंने उदयपुर जिला भाजपा जनजाति मोर्चा और भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।
शांता देवी को टिकट दिया
भाजपा ने सलूंबर सीट पर दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को टिकट दिया है। मीणा के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। शांता देवी ने कहा कि उन्हें कार्यकर्ताओं और जनता का आशीर्वाद मिला है।
शांता देवी ने कही ये बात?
शांता देवी ने कहा कि उन्हें टिकट कार्यकर्ताओं और जनता के आशीर्वाद से मिला है। उन्होंने बताया कि इस सूचना के बारे में उन्हें सबसे पहले पीलादर के कार्यकर्ता नारायण सोनी ने बताया। बेटे अविनाश के टिकट कटने पर उन्होंने कहा कि परिवार एक है और कार्यकर्ताओं की भावना के अनुसार निर्णय लिया गया है।