India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan farmers: राजस्थान के सादुलपुर क्षेत्र में शुक्रवार शाम हुई बर्फबारी ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। तेज बारिश के साथ गिरे ओलों से खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं। खासकर सरसों और चने की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि उनकी फसलें लगभग 100% नष्ट हो चुकी हैं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
खेतों में पानी और ओले
बैरासर छोटा, बेरासर बड़ा, लम्बोर, भेसली, धोलिया, रतनपुरा, चिमनपुरा, ददरेवा और ढाणी मोजी समेत कई गांवों में बर्फबारी का प्रभाव देखा गया। अगले दिन सुबह तक खेतों में पानी और जमे हुए ओले दिखाई दिए। चने की फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है, जबकि सरसों की फसल बुरी तरह टूट गई है।
किसानों को हुआ भारी नुकसान
क्षेत्र के किसानों ने बताया कि सिंचित इलाकों में प्रति बीघा लगभग 6 से 7 क्विंटल सरसों की पैदावार होती थी, लेकिन अब मुश्किल से 1 क्विंटल की भी उम्मीद नहीं बची है। वहीं, बिरानी क्षेत्र में चने की पैदावार प्रति बीघा 3 से 4 क्विंटल होती थी, लेकिन इस बार पूरी फसल नष्ट हो गई है। किसानों के अनुसार, उनके पास अब एक भी दाना नहीं बचा है, जिससे उनका आने वाला समय बेहद कठिन हो सकता है।
मुआवजे की मांग
किसानों ने सरकार से गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि प्राकृतिक आपदा से हुए इस नुकसान की भरपाई के बिना वे कर्ज में डूब सकते हैं। सरकार से जल्द से जल्द राहत राशि जारी करने और किसानों को सहायता देने की अपील की गई है। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन किसानों की मांग को देखते हुए जल्द ही गिरदावरी करवाकर मुआवजे पर फैसला लिया जा सकता है।
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