India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan High Court: राजस्थान के चर्चित एकल पट्टा मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद हाईकोर्ट में फिर से सुनवाई शुरू हो गई है। इस मामले में, जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा 29 जून 2011 को गणपति कंस्ट्रक्शन के मालिक शैलेन्द्र गर्ग को पट्टा जारी किए जाने को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। आरोप है कि बिना पुराने रिजेक्शन की जानकारी जुटाए नए पट्टे का वितरण किया गया, जिससे बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुईं।

एकल पट्टा मामले पर हाई कोर्ट में सुनवाई

यह मामला 2013 में परिवादी रामशरण सिंह द्वारा एसीबी को शिकायत करने के बाद सामने आया था। इसके बाद तत्कालीन गहलोत सरकार ने पट्टा रद्द कर दिया था और कई अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई थी, जिसमें शांति धारीवाल का नाम भी था। हालांकि, शांति धारीवाल को राहत देते हुए हाईकोर्ट ने एसीबी कोर्ट में चल रही प्रोटेस्ट पिटिशन और अन्य आपराधिक कार्रवाई को रद्द कर दिया था।

शांति धारीवाल की बढ़ सकती परेशानी

सुप्रीम कोर्ट ने इस निर्णय को पलटते हुए हाईकोर्ट को मामले की पुनः सुनवाई करने का आदेश दिया था और छह महीने के अंदर फैसला सुनाने के निर्देश दिए थे। अब इस मामले की अगली सुनवाई जनवरी के आखिरी सप्ताह में होगी। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट पेश कर कहा था कि शांति धारीवाल और अन्य अधिकारियों पर मामला बनता है, क्योंकि एसीबी की क्लोजर रिपोर्ट उनसे प्रभावित थी और जांच में कानूनी सलाह की कमी पाई गई थी। इस तरह, इस मामले में शांति धारीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि सरकार ने अब इस पर यू-टर्न लिया है और हाईकोर्ट में फिर से सुनवाई शुरू हो चुकी है।