India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan News: राजस्थान के बाद नेतागिरी में भी फर्जी डॉक्यूमेंट का मामला सामने आया है। इसमें बीजाथल ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच राधा देवी को 9 साल की लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद दोषी ठहराते हुए अदालत ने सजा सुनाई। राधा देवी ने 2015 के पंचायत चुनाव में 8वीं पास होने का फर्जी टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) प्रस्तुत कर चुनाव लड़ा और सरपंच पद जीता। चुनाव के बाद शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें उनके शैक्षणिक दस्तावेजों की सत्यता पर सवाल उठाए गए।
पुलिस जांच में टीसी फर्जी पाई गई।
चुनावों में पारदर्शिता की जरूरत
इस मामले से पता चलता है कि फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से जनप्रतिनिधि बनने की कोशिशें लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करती हैं। चुनाव आयोग और प्रशासन को इस तरह के फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे।
Shah Rukh Khan के घर न आने से नाराज हुए Salman Khan, रात 3 बजे किया फोन, फिर बताई ये वजह