India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan News: राजस्थान हाईकोर्ट में अधिवक्ता कोटे से नियुक्त मनीष शर्मा ने सोमवार को न्यायाधीश पद की शपथ ली। उन्हें हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एम. एम. श्रीवास्तव ने जोधपुर में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर जोधपुर मुख्य पीठ के सभी न्यायाधीश और जयपुर पीठ के न्यायाधीश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
न्यायाधीशों की संख्या बढ़ी
मनीष शर्मा के शपथ ग्रहण के बाद राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की कुल संख्या बढ़कर 34 हो गई है। हालांकि, साल 2025 में तीन न्यायाधीश सेवानिवृत्त होने वाले हैं, जिससे यह संख्या फिर घटकर 31 रह जाएगी।
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कौन-कौन से जज होंगे रिटायर?
जानकारी के अनुसार, मई 2025 में जस्टिस बीरेंद्र कुमार, सितंबर में जस्टिस नरेंद्र ढड्ढा और नवंबर में जस्टिस मनोज कुमार गर्ग सेवानिवृत्त होंगे। हालांकि, इसी वर्ष अधिवक्ता कोटे से कुछ नए जजों की नियुक्ति की संभावना भी जताई जा रही है, जिससे न्यायाधीशों की संख्या में स्थिरता बनी रह सकती है।
नियुक्ति आदेश जारी
राष्ट्रपति भवन ने शुक्रवार को वारंट जारी कर मनीष शर्मा को राजस्थान हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने भी उनकी नियुक्ति का आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। इससे पहले, जनवरी 2025 में राजस्थान हाईकोर्ट को न्यायिक कोटे से तीन नए न्यायाधीश मिले थे। इनमें जस्टिस चंद्रशेखर शर्मा, जस्टिस प्रमिल कुमार माथुर और जस्टिस चंद्रप्रकाश श्रीमाली शामिल हैं। ये तीनों 1992 बैच के न्यायिक अधिकारी रहे हैं।
उम्मीदें और संभावनाएं
राजस्थान हाईकोर्ट में जजों की संख्या को लेकर लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। नए जजों की नियुक्ति से न्यायालय की कार्यक्षमता बढ़ने की उम्मीद है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में तेजी आएगी और लंबित मामलों के निपटारे में सहायता मिलेगी।